रामचरितमानस का पाठ करते लाल किले पर नजर आएंगे ‘रामनामी’, भारत पर्व में छत्तीसगढ़ की झांकी रहेगी बेहद खास
भारत पर्व में छत्तीसगढ़ की झांकी
Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी से लाल किला पर भारत पर्व का आयोजन किया जाएगा. 31 जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन में मुख्य परेड में शामिल झांकी और छत्तीसगढ़ समेत विभिन्न राज्यों की 43 झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा. भारत पर्व में नजर आने वाली छत्तीसगढ़ की झांकी के जरिए पूरा देश रामनामी समुदाय और प्रदेश की जनजातीय परंपराओं की झलक देखेगा.
लाल किला पर छत्तीसगढ़ की विरासत की झलक
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के लाल किले पर भारत पर्व 2025 का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और रामनामी समुदाय की झलक देखने को मिलेगी. छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ पर आधारित है. इस झांकी में प्रदेश की समृद्ध और विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत को दिखाया गया है.
रामचरितमानस का पाठ करते नजर आएंगे ‘रामनामी’
झांकी की शुरुआत में निराकार राम की उपासना करने वाले रामनामी समुदाय का प्रतिनिधित्व करती स्त्री और पुरुष को दिखाया जाएगा. इनके शरीर और कपड़ों पर ‘राम-राम’ शब्द अंकित हैं. इन्हें रामचरितमानस का पाठ करते हुए दिखाया गया है. इनके पास घुंघरुओं का प्रदर्शन किया गया है, जो भजन के लिए उपयोग होते हैं.
आदिवासी संस्कृति
झांकी के बीच के हिस्से में आदिवासी संस्कृति के पहनावे, आभूषण, कलाकृतियां और कला परंपराएं दर्शाई गई हैं. इस भाग में तुरही वाद्य यंत्र और सल्फी वृक्ष को प्रमुखता से दिखाया गया है, जो बस्तर के लोकजीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं.
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर
झांकी के आखिरी में मयूर का अंकन किया गया है, जो कि लोक जीवन के सौंदर्य और जीवंतता का प्रतीक है. झांकी के माध्यम से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर और प्रकृति से जुड़ी आध्यात्मिकता को गहराई से उजागर किया गया है.
छत्तीसगढ़ की झांकी को सराहना
राष्ट्रीय रंगशाला दिल्ली में आयोजित प्रेस प्रिव्यू में छत्तीसगढ़ की झांकी को राष्ट्रीय मीडिया की सराहना मिली. इस सराहना को लेकर CM विष्णु देव साय ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- ‘यह बड़ी खुशी की बात है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लाल किले पर आयोजित होने वाले ‘भारत पर्व 2025′ में इस बार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत, जनजातीय परंपराओं और रामनामी समुदाय की झलक देखने को मिलेगी.’
उन्होंने आगे लिखा- ‘छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ पर आधारित है. जिसमें प्रदेश की समृद्ध और विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत को दिखाया गया है. यहां की सांस्कृतिक धरोहर में जीवन, प्रकृति और आध्यात्मिकता का गहरा संबंध है। छत्तीसगढ़ की झांकी को राष्ट्रीय मीडिया और लोगों की सराहना मिली है. समस्त प्रदेशवासियों को बधाई! जय भांचा राम, जय छत्तीसगढ़ महतारी. ‘
भारत पर्व 2025
26 जनवरी से 31 जनवरी तक लाल किला पर भारत पर्व 2025 का आयोजन किया जाएगा. इस आयोजन में मुख्य परेड में निकलने वाली झांकियों के साथ ही छत्तीसगढ़ की झांकी शामिल होगी और जन आकर्षण का केंद्र बनेगी.