छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची का पुनरीक्षण हुआ शुरू, वोटर लिस्ट का हो रहा मिलान, फर्जी वोटर्स की होगी पहचान
सांकेतिक तस्वीर
CG News: छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची का पुनर्निरीक्षण शुरू हो गया है. 2003 की मतदाता सूची का 2025 की मतदाता सूची से मिलान करवाया जा रहा है. इसके लिए रायपुर के दीनदयाल ऑडिटोरियम में 50 से ज्यादा शिक्षकों को मतदाता सूची के मिलान प्रक्रिया में लगाया गया है. इसमें फर्जी वोटर्स की भी पहचान की जाएगी.
कांग्रेस ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया था, जिसको लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई थी. इस बीच, अब छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची को अपडेट करने का काम शुरू हो गया है. जानकारी के मुताबिक, साल 2003 और 2025 की वोटर लिस्ट में मतदाताओं का मिलान हो रहा है. मतदाताओं को पहचान के प्रमाण देने होंगे. वर्तमान मतदाता सूची का 2003 की सूची से मिलान किया जाएगा. अगर नाम दोनों सूचियों में है तो दस्तावेज़ की ज़रूरत नहीं होगी. फर्जी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे.
बिहार SIR पर मचा था बवाल
बिहार में चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) के द्वारा वोटर लिस्ट में सुधार करते हुए लाखों लोगों के नाम हटाए थे. इसको लेकर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने विरोध किया था. विपक्ष का कहना था कि चुनाव आयोग ने SIR में फर्जीवाड़ा किया है. जो लोग जिंदा हैं उन्हें मृत दिखाया गया है और कई फर्जी नामों को सूची में शामिल किया गया है. विपक्ष ने संसद के दोनों सत्रों में भी इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया था.
हाल ही में कांग्रेस ने राजद के साथ मिलकर बिहार में वोट अधिकार यात्रा निकाली थी. कांग्रेस ने इस यात्रा के जरिए लोगों से अपील की थी कि वे अपने वोट का सही उपयोग करें और वोट चोरी से अपने मत को बचाएं.
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राहुल गांधी ने लगाया चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप
बिहार में SIR और लोकसभा समेत अन्य चुनावों में वोट चोरी जैसे मुद्दों पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग के खिलाफ भी माेर्चा खोल है. राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग पर फर्जी वोटर को जोड़ने और सही मतदाताओं को सूची से हटाने का आरोप लगा रहे हैं. इसका तमाम विपक्षी दल भी समर्थन करते हुए चुनाव आयोग पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं.