Chhattisgarh Tourism: ये हैं छत्तीसगढ़ के 7 बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट, नजारे ऐसे जो मोह लेंगे आपका मन
छत्तीसगढ़ बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट्स
CG Tourist Spots: छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है. हरियाली, झरने और जंगलों का माहौल यहां आने वाले पर्यटकों का दिल खुश कर देता है. अगर आप भी इस ठंड की छुट्टी में छत्तीसगढ़ घूमने का सोच रहे है तो हम आपके लिए 7 ऐसी जगहें लेकर आए है जहां आप अपने परिवार के छुट्टीयों का लुफ्त उठा सकते है. आइए जानते हैं.
जतमई मंदिर, गरियाबंद
गरियाबंद जिले के दक्षिण में स्थित जतमई मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. ये मंदिर हिंदू धर्म की देवी दुर्गा के रूप जतमई माता को समर्पित है. ये मंदिर पूरे छत्तीसगढ़ में धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध हैं. इस मंदिर के करीब से खूबसूरत झरना भी बहता है. जंगलों से घिरा मंदिर और सफेद बहता पानी देखना मन और आंखों को सुकून देता है.

गंगरेल बांध, धमतरी
धमतरी के गंगरेल बांध को पर्यटन के लिहाज से बेहद खूबसूरती से विकसित किया गया है. यहां एक किलोमीटर के दायरे में आर्टिफिशियल बीच तैयार किया गया है. पर्यटक जहां बैठकर अपने परिवार और दोस्तों के साथ आनंद ले सकते हैं. यहां कमांडो नेट, रोप लाइनिंग, जिप लाइनिंग, वाटर साइकिल, कयाक, पैरासेलिंग, आकटेन समेत कई तरह के एडवेंचर की व्यवस्था भी है. इतना ही नहीं यहां 50 रुपये से लेकर 4,000 रुपये तक अलग-अलग तरह की बोटिंग की जा सकती है.
चिल्फी घाटी और भोरमदेव, कवर्धा
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में स्थित चिल्फी घाटी और भोरमदेव दो प्रमुख पर्यटन स्थल हैं. चिल्फी घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरे-भरे दृश्यों के लिए जानी जाती है. यह घाटी कवर्धा जिले में मैकल पर्वत श्रृंखला में स्थित है. बारिश के मौसम में यहां ड्राइविंग करना सभी को पसंद आता है. इसी रास्ते में रानी-धारा झरना भी देखा जा सकता है. भोरमदेव मंदिर यहां मौजूद एक ऐतिहासिक मंदिर है. ये मंदिर अपनी पुरातात्विक महत्व के लिए प्रसिद्ध है.

मैनपाट, सरगुजा
मैनपाट में झरने और कई दर्शनीय स्थलों के साथ ही टाउ की फसल लोगों को आकर्षित करती है. यहां मौजूद तिब्बती समुदाय के कैंप भी देखने लायक हैं. हवा में तिब्बती कैंपों में लहराते ध्वज मन को शांति और सुकून देते हैं. यहां के बौद्ध मठ और मंदिर भी दर्शन के लिए हमेशा खुले रहते हैं. इतना ही नहीं यहां का उल्टा पानी, दलदली, टाइगर प्वाइंट, फिश प्वाइंट, परपटिया, तिब्बती मठ मंदिर, तिब्बती कैंप, मेहता प्वाइंट, टांगीनाथ का मंदिर प्रमुख पर्यटन केंद्र है.
ढोलकल शिखर, दंतेवाड़ा
दंतेवाड़ा जिले के ढोलकल शिखर पर आस्था का एक अनुठा दृश्य देखने को मिलता है. यहां करीब ढाई से तीन हजार फीट की ऊंचाई पर भगवान गणेश विराजित हैं. इस जगह से लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है. बताया जाता है कि भगवान परशुराम और गणेश जी का यहां युद्ध हुआ था. इसके बाद यहां एक दंत वाले गणेश जी की मूर्ति स्थापित की गई थी. यहां हर साल ढोलकल महोत्सव का भी आयोजन किया जाता है. लोगों का मानना है कि गणेश जी क्षेत्र की रक्षा करते हैं.

चित्रकोट जलप्रपात, जगदलपुर
चित्रकोट जलप्रपात का आकार किसी घोड़े की नाल की तरह है. इस प्रपात में इंद्रावती नदी का पानी लगभग 90 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है. इस वॉटरफॉल के नीचे एक छोटी सी गुफा में चट्टानों के बीच शिवलिंग स्थित है. जल प्रपात से नीचे गिरने वाले पानी से साल भर शिवलिंग का जलाभिषेक होता है. कहा जाता है कि नाविक यहां भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं.
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मट्टी मरका, बीजापुर
बीजापुर जिले के भोपालपट्नम से लगभग 20 किमी दूर मट्टीमरका गांव में इंद्रावती नदी के किनारे दूर तक बिछी सुनहरी रेत और पत्थरों के बीच से कल-कल बहती नदी का सौंदर्य देखते ही बनता है. मट्टी मरका को बीजापुर जिले का गोवा भी कहा जाता है. ये जगह ट्रैकिंग के लिए बेहद खूबसूरत है.