Vistaar News Health Conclave: आयुष्मान योजना के सवाल पर बोले स्वास्थ्य मंत्री – एक साल में 2500 करोड़ का पेमेंट किया, हमारा लक्ष्य जनहानि ना हो

Vistaar News Health Conclave: आयुष्मान योजना के बिल क्लियर को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले नमस्कार करने वालों को पेमेंट पहले मिलता था. हमने बिल क्लियर करने के लिए योजना बनाई लेकिन ऑडिट वाली कंपनी ने भी बेईमानी की. हमने कंपनी हटा दी. दूसरा टेंडर किया
shyam bihari jaiswal

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल

Vistaar News Health Conclave: विस्तार न्यूज़ ने शनिवार को हेल्थ कॉन्क्लेव का आयोजन किया. इस कॉन्क्लेव में अलग-अलग क्षेत्रों के डॉक्टर्स शामिल हुए. जिन्होंने लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों पर अपनी बेबाकी से राय रखी. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी शामिल हुए. एडिटर-इन-चीफ ज्ञानेंद्र तिवारी ने स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत की और सवाल भी पूछे. हेल्थ मिनिस्टर ने सवालों के जवाब शानदार तरीके से दिए.

‘एक साल में 2500 करोड़ का पेमेंट किया’

आयुष्मान योजना से इलाज पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम कैशलेस इलाज में देश में पहले स्थान में है. जब हम लोग आए तो 1400 करोड़ की देनदारी थी. बीच-बीच में हमसे डॉक्टर इलाज बंद करने के लिए कहते थे. डर भी लगता है कि जनहानि ना हो. 31 मार्च 2025 तक हमने बकाया चुकाया यानी हमने एक साल में 2500 करोड़ रुपये चुकाए. 4 महीने इसलिए देर हुआ क्योंकि अनुपूरक बजट को लागू होने के कारण हुआ है. एम्स और मेकाहारा को 500-500 करोड़ दिए.

375 करोड़ और 112 करोड़ केंद्र से मिला है. सारे भुगतान किए जा रहे हैं और किए जाते रहेंगे. जितने भी आयुष्मान से अस्पताल चल रहे हैं वे चलते रहेंगे. केंद्र से एक टीम आ रही है, उनके सामने डॉक्टर्स अपनी बात रखें. हम ऐसा प्रयास कर रहे हैं कि आयुष्मान योजना का बिल जीरो हो. हम छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य ट्रीटमेंट का हब बनाना चाहते हैं.

ये भी पढ़ें: Vistaar News Health Conclave: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया बड़ा ऐलान, बोले – प्राइवेट होम्योपैथी कॉलेज के लिए सरकार देगी जमीन

‘हम सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी लेकर आए’

आयुष्मान योजना के बिल क्लियर को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले नमस्कार करने वालों को पेमेंट पहले मिलता था. हमने बिल क्लियर करने के लिए योजना बनाई लेकिन ऑडिट वाली कंपनी ने भी बेईमानी की. हमने कंपनी हटा दी. दूसरा टेंडर किया. जहां सुधार की आवश्यकता है, वहां हम सुधार करेंगे. सुझाव और विचारों का स्वागत है. ट्रांसपेरेंसी की ओर हम बढ़ रहे हैं.

ज़रूर पढ़ें