Saudi Arabia में महिला को मनपसंद कपड़े पहनना पड़ा भारी, कोर्ट ने सुनाई 11 साल की सजा

मनाहेल एक महिला अधिकार कार्यकर्ता हैं और जब क्राउन प्रिंस ने महिलाओं के पक्ष में कुछ उदारवादी फैसले लिए थे, उसके बाद से ही वो मोहम्मद बिन सलमान की समर्थक रही हैं.

Saudi Arabia: सऊदी अरब में एक फिटनेस ट्रेनर और वीमेन राइट एक्टिविस्ट मनाहेल अल-ओतैबी को पसंद के कपड़े पहनने पर 11 साल की सजा सुनाई गई है. मनाहेल अल-ओतैबी एक 29 वर्षीय महिला हैं, जिनके ऊपर देश के कानून खिलाफ काम करने का आरोप लगा है. उनपर आरोप है कि मनोहल ने सऊदी अरब के खिलाफ सोशल मीडिया अभियानों में भाग लिया और अश्लील कपड़ों में सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें व वीडियो पोस्ट की. जिसकी वजह से सऊदी अरब कोर्ट ने उन्हें सजा सुनाई है. इसी मामले में 16 नवंबर 2022 को उनकी गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद कोर्ट ने 9 जनवरी 2024 को सजा सुनाई.

महिला अधिकारों के लिए मुखर रही हैं ओतैबी

बता दें कि मनाहेल एक महिला अधिकार कार्यकर्ता हैं और जब क्राउन प्रिंस ने महिलाओं के पक्ष में कुछ उदारवादी फैसले लिए थे, उसके बाद से ही वो मोहम्मद बिन सलमान की समर्थक रही हैं. मनाहेल ने एक इंटरव्यू कहा था, “उसे लगता है कि वह जो चाहें पहन सकती हैं और अपने विचार स्वतंत्र रूप से व्यक्त कर सकती हैं. उन्होंने कहा था कि, “मुझे अपनी इच्छानुसार कपड़े पहनने का अधिकार है, लेकिन पोशाक सम्मानजनक होना चाहिए.”

मनाहेल की बहन भी लग चुके हैं आरोप

गौरतलब है कि मनाहेल की बहन फौजिया अल-ओतैबी पर भी इसी तरह अश्लील कपड़ों में सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें व वीडियो पोस्ट करने के आरोप लगे थे, लेकिन कथित तौर पर 2022 में पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद वह सऊदी अरब से भाग गई थी.

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संयुक्त राष्ट्र पहुंचा मामला

यह मामला अब इसलिए सुर्खियों में आया है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र ने इस पर संज्ञान लिया है. मामले में हस्तछेप करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने सऊदी अरब से जवाब मांगा. इसके बाद सऊदी ने एक पत्र के जरिए जवाब दिया है. सऊदी ने पत्र में लिखा, “ओतैबी को ‘आतंकवादी अपराध’ के कानून के तहत दोषी पाया गया था और उसे कानूनी रूप से वैध वारंट के तहत गिरफ्तार किया गया था”. सऊदी सरकार ने यह भी कहा था कि ओतैबी पर अधिनियम की धारा 43 और 44 के तहत कार्रवाई गई है. यह कानून उन लोगों को दोषी ठहराता है जो किसी कंप्यूटर या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर किसी भी तरह से दुर्भावनापूर्ण, गलत जानकारी व अफवाह फैलाते हैं.

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