MP News: कमलनाथ के फैसले का इंतजार कर रहे विधायक, 22 मौजूदा और 17 पूर्व MLA हैं तैयार! कई जिला पंचायत अध्यक्ष भी साथ
MP News: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच अब छिंदवाड़ा के बड़े कांग्रेसी नेताओं के भाजपा में शामिल होने चर्चाएं तेज हो गई हैं. हालांकि आधिकारिक घोषणा न होने के कारण ज्यादातर नेता अभी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है फिर भी दबे स्वरों में अपने इरादे जाहिर कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता गंगा प्रसाद तिवारी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुनहार, महापौर विक्रम आहके, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित सक्सेना, पूर्व विधायक गंभीर सिंह, चौधरी सुरेश झलके समेत सभी जनपद अध्यक्ष और कांग्रेस के पदाधिकारी कमलनाथ के साथ बीजेपी में जाने की मंशा जाहिर कर चुके हैं.
कई विधायकों के बीजेपी में जाने की अटकलें
छिंदवाड़ा जिले में सातों विधानसभा सीट कांग्रेस के पास है, जिसमें से एक सीट से कमलनाथ खुद विधायक है. बाकी 6 विधायकों में विजय चोरे, निलेश उइके, सोहन वाल्मीकि, सुनील उईके, कमलेश शाह और सुजीत चौधरी भी कमलनाथ के साथ जाने के लिए तैयार बैठे हैं.
लेकिन शायद वे इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि विधान सभा में कांग्रेस की कुल सदस्य संख्या के एक तिहाई विधायकों की संख्या पूरी हो जाए. ताकि उन्हें दोबारा चुनाव लड़ने की आवश्यकता ना पड़े. दबी जुबान में सारे 6 विधायक अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं और अब सिर्फ घोषणा का इंतजार है.
कांग्रेस डेमेज होने से पहले कंट्रोल में जुटी
हालांकि अभी इन सभी के नामों की भले ही चर्चाएं हो पर कांग्रेस खेमें में भी इसे लेकर चर्चा तेज हो गई हैं. कांग्रेस के बड़े नेता अपने विधायकों को टूटने से बचाने की कोशिश में जुटे हैं. सभी विधायकों और पूर्व विधायकों से लगातार चर्चा की जा रही है. कांग्रेस अपने खेमें के विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश कर रहे हैं
माना जा रहा है कि कांग्रेस के 22 विधायक और 17 पूर्व विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे. जिसके बाद ऐसा लगा रहा है कि प्रदेशभर के कई कांग्रेस नेता बीजेपी में चले जाएंगे. इस वजह से कांग्रेस के सामने मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. एक तरफ कांग्रेस कमलनाथ को साधने में जुटी है तो वहीं पार्टी के एक बड़े हिस्से के टूट जाने का खतरा भी कांग्रेस पर मंडरा रहा है.