क्या 44 वर्षों के रिश्ते पर लग जाएगा ताला? सिंधिया के बाद Kamal Nath के बागी तेवर!

Kamal Nath: कमलनाथ 44 वर्षो से मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े चेहरे बने हुए हैं. गांधी परिवार से उनकी नजदीकियों के चर्चे हमेशा होते रहे हैं.
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फाइल फोटो (कमलनाथ)

Kamal Nath: मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा से हाथ मिला सकते हैं? अटकलों का बाजार तब और गर्म हो गया जब कमलनाथ छिंदवाड़ा में अपने तय कार्यक्रम को रद्द करते हुए शनिवार को दिल्ली रवाना हो गए. सूत्रों का कहना है कि वो दिल्ली में चल रहे भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. बेटे नकुलनाथ और उनके समर्थकों की गतिविधियां इस बात की पुष्टि कर रही हैं कि कांग्रेस से नाराज़ चल रहे कमलनाथ जल्द ही औपचारिक रूप से कमल की पंखुड़ियों में खुद को समाहित कर लेंगे.

44 वर्षों के रिश्ते पर लगेगा ताला

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और छिंदवाड़ा से सांसद उनके बेटे नकुलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें शनिवार से तेज हैं. इसी बीच बेटे नकुलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स से अपने बायो में लिखा कांग्रेस शब्द को हटा दिया. जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में कई अटकलें लगनी शुरू हो गयी. अटकलों को तब और तूल मिल गया जब कमलनाथ समर्थक नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी एक्स के अपने बायो से कांग्रेस का चुनाव चिन्ह हटा दिया.

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अतीत पर नज़र डालें तो कमलनाथ 44 वर्षो से मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े चेहरे बने हुए हैं. गांधी परिवार से उनकी नजदीकियों के चर्चे हमेशा होते रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कमलनाथ और राहुल गांधी के बीच विचारों को लेकर मतभेद होने लगे थे.

भाजपा के बड़े नेताओं से मिल सकते हैं कमलनाथ

खबर है कि दिल्ली में रविवार को कमलनाथ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं, साथ ही कांग्रेस के कई विधायक भी रविवार को दिल्ली रवाना हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि इसमें छिंदवाड़ा, बालाघाट, मुरैना, सहित अन्य जिलों के विधायकों के दिल्ली जाने की संभावना है. सूत्रों की मानें तो विधायकों की संख्या 22 से 30 तक हो सकती है. हालांकि, अभी इस पर आधिकारिक कुछ भी नहीं कहा जा रहा है.

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