हितेश मेहता न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के अकाउंट हेड थे. इस पद पर उनकी जिम्मेदारी बैंक के कैश, GST (Goods and Services Tax), TDS (Tax Deducted at Source) और अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय लेन-देन की निगरानी करना था.
दिल्ली मेट्रो ने यह भी कहा कि जब भीड़ बढ़ी, तो साइड गेट खोलने का निर्णय लिया गया ताकि लोग सुरक्षित तरीके से बाहर निकल सकें. सुरक्षा कर्मी मौजूद थे, और कोई भी गंभीर घटना नहीं घटी.
बीजेपी ने अपने ‘किसान हित’ और ‘महिला शक्ति’ के कार्ड से कांग्रेस के दावों को ध्वस्त कर दिया. जैसे कि कोई सुपरहीरो अपने दुश्मन को नॉकआउट करता है, वैसे ही भाजपा ने चुनावी रणनीति से कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया.
भारत का विदेशी शराब बाजार 35 अरब डॉलर का है और यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है. इसमें डियाजियो (Diageo), पेरनोड रिकार्ड (Pernod Ricard) जैसे प्रमुख इंटरनेशनल ब्रांड्स की मजबूत उपस्थिति है.
आपने देखा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम बीजेपी के पक्ष में आए थे, लेकिन नतीजे आने के छह दिन बाद भी सीएम का नाम सामने नहीं आया है. यह सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हुआ? इसका मुख्य कारण यह है कि चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री मोदी को पहले से तय एक विदेशी दौरे पर जाना था. प्रधानमंत्री के विदेश दौरे के चलते बीजेपी को सीएम के नाम की घोषणा में थोड़ी देरी हुई.
महाकुंभ 2025 में नया इतिहास बना रहा है, जहां शुक्रवार को स्नान करने वालों का आंकड़ा 50 करोड़ को पार कर गया. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि हर दिन महाकुंभ में नया रिकॉर्ड बन रहा है, जो अपने आप में एक विश्व कीर्तिमान है. रामघाट, भरद्वाज घाट, और गंगेश्वर घाट पर सुबह-सुबह हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई.
यह मामला तब सुर्खियों में आया था, जब दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल के सरकारी आवास '6 फ्लैग स्टाफ बंगला' के भव्य निर्माण को लेकर बीजेपी के नेता विजेंद्र गुप्ता ने गंभीर आरोप लगाए थे.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा, “भारत में अपनी जायदाद पर जितना हक सिखों और हिंदुओं का है, उतना ही मुसलमानों का है. वक्फ पर मौजूदा कानून भारतीय संविधान के तहत आता है, जो धर्मों की स्वतंत्रता के कानून के अंतर्गत आता है.”
यह पूरा परिसर पारंपरिक राजस्थानी और गुजराती वास्तुकला से सजा हुआ है. इसमें 1,000 से ज्यादा ग्रेनाइट फ्रेम का इस्तेमाल किया गया है, और लकड़ी का उपयोग न्यूनतम रखा गया है.
अपूर्वा की लोकप्रियता ने उन्हें एक बड़े दर्शक वर्ग में पहचान दिलाई, लेकिन उनके द्वारा किए गए कुछ विवादास्पद बयानों और टिप्पणियों ने भी उन्हें आलोचना का शिकार बना दिया. उन्हें अक्सर अपनी अभद्र भाषा और आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ता है.