अब इस पूरे विवाद को लेकर विश्वविद्यालय ने कार्रवाई की है. जांच के आदेश दिए गए हैं और प्रोफेसर को छुट्टी पर भेज दिया गया है. यूनिवर्सिटी के अधिकारी इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस वीडियो के पीछे क्या वजह थी.
दिल्ली के चुनावी इतिहास में भारतीय जनता पार्टी आज तक जंगपुरा की विधानसभा सीट पर अपना परचम नहीं लहरा पाई है. 1993, 1998, 2003 और 2008 के चुनावों में जहां कांग्रेस ने इस सीट पर झंडे गाड़े थे वहीं 2013, 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी.
ओवैसी ने आगे कहा, "इनकी जेल यात्रा आम लोगों के लिए एक मिसाल बन गई है, जहां अपराधी सजा से बचने के लिए विभिन्न रणनीतियां अपनाते हैं. इन नेताओं को न्याय क्यों मिल जाता है, जबकि उनके जैसे सामान्य लोगों को कड़ी सजा मिलती है, यह एक बड़ा सवाल है."
यह बात 1917 की है, जब गांधी चंपारण में नील के खेतों में काम कर रहे किसानों के लिए संघर्ष कर रहे थे. किसानों की हालत इतनी दयनीय थी कि उन्हें गुलामों जैसा जीवन जीने को मजबूर किया जा रहा था. गांधी ने उनकी मदद के लिए कदम उठाए, और यह सच्चाई ब्रिटिश सरकार के लिए किसी आपातकाल से कम नहीं थी.
बिलकुल! जो बात सबसे मजेदार है, वो ये है कि यही DeepSeek चैटबॉट अमेरिका और यूरोप में बहुत ही लोकप्रिय हो चुका है. इसने अमेरिकी बाजार में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और वहां के यूज़र्स ने इसकी कार्यक्षमता को सराहा भी. लेकिन जैसे ही ये भारत के यूज़र्स के सामने आता है, तो उसकी पोल खुलने लगती है.
1975 में फिल्म 'शोले' को बनाने में कुल खर्च था 3 करोड़ रुपये—जो उस समय एक बहुत बड़ी रकम मानी जाती थी. इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर 35 करोड़ रुपये की कमाई की, जो उस वक्त के हिसाब से रिकॉर्ड तोड़ था. सोचिए, उस समय के हिसाब से यह कितनी बड़ी सफलता थी!
तट रक्षक बलों को एक खुफिया सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर एयर कशन्ड व्हीकल (ACV) को तैनात किया गया, जो समुद्र में तस्करी का पता लगाने के लिए विशेष रूप से इस्तेमाल होता है. इस वाहन ने 'फर्स्ट आइलैंड' के पास खोजबीन शुरू की, जहां कुछ संदिग्ध पैकेट देखे गए.
इस बार समारोह में कई नई धुनों का समावेश किया गया है, जैसे भारतीय सेना के बैंड की 'वीर सपूत', नौसेना के बैंड की 'आत्मनिर्भर भारत', और वायुसेना के बैंड की 'गैलेक्सी राइडर' जैसी धुनें. इसके अलावा, एक महत्वपूर्ण बदलाव भी आया है.
महाकुंभ के दौरान आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यूपी रोडवेज और रेलवे ने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स स्थापित किए हैं. इन सेंटर्स के माध्यम से यात्रियों को 24 घंटे सहायता मिल सकेगी. साथ ही, रेलवे ने ट्रेनों के संचालन को बनाए रखने के लिए खास इंतजाम किए हैं.
Budget 2025: आजकल महिलाएं घर की चार दीवारों तक सीमित नहीं हैं. वो अब हर फील्ड में धमाल मचा रही हैं. चाहे बड़े-बड़े कॉर्पोरेट्स में टॉप पॉजिशन्स हो, अपना बिजनेस चला रही हों या फिर नौकरीपेशा, महिलाएं हर जगह छाई हुई हैं. साथ ही करोड़ों महिलाएं जॉब्स के लिए भी लगातार संघर्ष कर रही हैं. […]