राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Finance Minister Nirmala Sitharaman

Budget 2025 में मिडल क्लास की उम्मीदों को लगेंगे पंख! जानिए क्या है सरकार की तैयारी

1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने ‘बजट बूस्टर’ के साथ सामने आएंगी, और उम्मीद की जा रही है कि इस बार टैक्सपेयर्स के लिए कुछ खास होगा. पिछले कुछ सालों से टैक्स स्लैब और छूट पर जमकर चर्चा हो रही है.

ओवैसी और अमानतुल्ला खान

ओखला में मुस्लिम वोटों का बिखराव! AIMIM की एंट्री से BJP को मिल सकता है फायदा, समझिए कैसे

ओखला विधानसभा क्षेत्र दक्षिणी दिल्ली का एक प्रमुख हिस्सा है, जहां करीब 53% मुस्लिम मतदाता हैं. यहां का चुनावी समीकरण इस बार बिल्कुल अलग है, क्योंकि इस बार तीन मुख्य दलों—आम आदमी पार्टी , कांग्रेस और AIMIM के पास मुस्लिम उम्मीदवार हैं.

Roorkee Firing Case

रुड़की में राजनीति का खतरनाक खेल! क्या BJP के ‘चैंपियन’ को दनादन फायरिंग के लिए MLA उमेश ने उकसाया? ये है पर्दे के पीछे की कहानी

इस कहानी के मुख्य किरदार हैं—प्रणव सिंह चैंपियन और उमेश कुमार. चैंपियन भाजपा के नेता के तौर पर पहचाने जाते हैं, वहीं उमेश निर्दलीय विधायक बने हैं.लेकिन जैसे-जैसे राजनीति में इनका मुकाबला बढ़ा, वैसे-वैसे इनके रिश्ते में खटास आ गई.

Saif Ali Khan

क्या सैफ छुपा रहे हैं सच? उस काली रात की कैसी कहानी! इस गुत्थी को नहीं सुलझा पा रही है मुंबई पुलिस

सैफ अली खान ने पुलिस को जो बयान दिया, उसके मुताबिक, वह, उनकी पत्नी करीना कपूर, उनका बेटा जेह , एक नर्स, और एक हमलावर उस रात मौजूद थे. सैफ के अनुसार, उस रात हमलावर ने जेह के कमरे में घुसकर हंगामा किया था. यह जानकारी सैफ ने पुलिस को दी, लेकिन फिर भी इस मामले में कई बातें स्पष्ट नहीं हो पाई हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

अब ट्रैफिक चालान के लिए कोर्ट जाने की जरूरत नहीं! घर बैठे ऐसे करे पेमेंट, बहुत आसान है तरीका

जब आपको कोर्ट जाने का संदेश मिले यदि आपके चालान का मामला कोर्ट में जा चुका है और आपको कोर्ट जाने का संदेश मिला है, तो आपको थोड़ी प्रतीक्षा करनी होगी. आम तौर पर 10-15 दिन तक, वर्चुअल कोर्ट का सिस्टम अपडेट होता है और इसके बाद आपके चालान की पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएगी.

Mamata Kulkarni

बॉलीवुड के ग्‍लैमर से लेकर संन्यास तक…ममता कुलकर्णी कैसे बन गईं महामंडलेश्वर? जानें किन्नर अखाड़ा ही क्यों

90 के दशक में ममता ने एक से बढ़कर एक फिल्मों में अपनी शानदार अदाकारी से सबको अपना दीवाना बना लिया था. फिल्मों की बात करें, तो 'करण अर्जुन', 'बाजी', और 'आशिक अवारा' जैसी हिट फिल्मों में उनकी मौजूदगी ने ना केवल स्क्रीन पर धमाल मचाया, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी आग लगा दी

CM Yogi

“मैं गंगा नहा आया, ‘AAP’ यमुना में नहाएंगे…”, CM योगी के जरिए ‘इंद्रप्रस्थ’ साधने में जुटी BJP! सियासत को ऐसे समझिए

दिल्ली में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ का विशेष योगदान तय किया है! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिल्ली की 14 सीटों में से प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई है, और इनमें से एक सीट आम आदमी पार्टी के नेता अवध ओझा की है.

Delhi Election 2025

न जाति, न जेंडर और न ही जोन…इन मुद्दों पर सबसे ज्यादा वोट करते हैं दिल्ली वाले!

साफ पानी, यानी वो मुद्दा जो जब उठता है तो दिल्लीवालों की आंखों में आंसू और गुस्सा दोनों आ जाते हैं. अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो आपको ये मुद्दा कभी न कभी परेशान जरूर करता होगा. सीएसडीएस के आंकड़ों के मुताबिक, 2013 में लगभग 3.8 प्रतिशत लोगों ने साफ पानी को चुनावी मुद्दा माना था.

प्रतीकात्मक तस्वीर

‘महाकुंभ’ से लेकर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ तक…26 जनवरी की परेड में दिखेंगी ये खूबसूरत झांकियां

भारत की प्रगति अब सिर्फ कृषि या उद्योग में ही नहीं, बल्कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और नवाचार में भी हो रही है. इस साल की परेड में स्पेस टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और रोबोटिक्स जैसी तकनीकों को भी दर्शाया जाएगा.

Anant Singh

70 राउंड फायरिंग, दहशत में मोकामा…कौन हैं सोनू-मोनू, जिसने बाहुबली अनंत सिंह को बनाया निशाना?

जैसे ही इस हमले की खबर आई, पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए. पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया और घटनास्थल से गोलियों के खोखे भी बरामद किए. आसपास के थानों को अलर्ट किया गया, और यह सुनिश्चित किया गया कि इलाके में किसी भी प्रकार की हिंसा ना फैले. लेकिन एक सवाल फिर उठता है कि क्या पुलिस सच में इन गैंग्स पर काबू पा सकेगी, या यह खौ़फनाक जंग ऐसे ही चलती रहेगी?

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