कई उलझनों के बाद यह हाई प्रोफाइल केस अंततः बंद कर दिया गया. बिहार में इस केस को लेकर हलचल बनी रही, लेकिन न्याय का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं निकल सका. कुणाल किशोर ने अपनी किताब 'दमन तक्षकों का' में इस मामले की गहराई से जानकारी दी है.
केजरीवाल ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि बीजेपी वोटर लिस्ट में दखलअंदाजी कर रही है. उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने हाल ही में दो महीने तक घर-घर जाकर मतदाता पहचान पत्रों को अपडेट किया था, लेकिन अब केवल 15 दिनों में हजारों नए नाम किस प्रकार से जुड़े हैं?
भारत के 7वें प्रधानमंत्री वीपी सिंह का कार्यकाल 1989 से 1990 तक रहा. उनका निधन 2008 में हुआ था और जब उनकी मृत्यु हुई, तो उनके अंतिम संस्कार को लेकर भी विवाद उठा. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीपी सिंह के परिवार ने उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्हें इलाहाबाद ले जाकर संगम के किनारे उनका संस्कार किया गया.
घटना उस समय घटी जब जेजू एयर का विमान मुआन हवाई अड्डे पर लैंडिंग करने की कोशिश कर रहा था. विमान में कुल 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर सवार थे, जिनमें से अधिकांश यात्री दक्षिण कोरिया के नागरिक थे.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विरोधियों ने इस पर जमकर आलोचना शुरू कर दी, लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है. ओम प्रकाश राजभर के बेटे और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता, अरुण राजभर ने दावा किया है कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है.
आज जब हम विदेशों में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का उपयोग करते हैं, मंहगे मॉल्स में शॉपिंग करते हैं, और नई तकनीकों का फायदा उठाते हैं, तो यह सब डॉ. मनमोहन सिंह की नीतियों का परिणाम है.
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए अतुलनीय रहेगा. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी और उसे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनका कार्यकाल भारतीय इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा,
इस बावड़ी का निर्माण बिलारी सहसपुर के राजा चंद्र विजय सिंह के शासनकाल में हुआ था. बावड़ी की देखरेख और इसके उपयोग का जिम्मा रानी सुरेंद्र बाला के पास था, जिन्हें यह रियासत के मैनेजर ने रहने के लिए दी थी.
मक्की पर भारत और अन्य देशों में आतंकवाद फैलाने का आरोप था. 2023 में संयुक्त राष्ट्र ने उसे ग्लोबल आतंकवादी घोषित कर दिया था, जिसके बाद उसकी संपत्तियां जब्त कर ली गई थीं और उसे यात्रा व हथियारों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था.
अमर सिंह ने एक सशक्त और विस्तृत नेटवर्क तैयार किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को राजनीतिक समर्थन दिलवाया. यह एक कड़ी राजनीतिक चतुराई और सहयोग का परिणाम था, जिसे उन्होंने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर किया.