अरविंद केजरीवाल की यह चिट्ठी राजनीतिक हलकों में एक नई बहस को जन्म दे सकती है. अब देखना होगा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं.
यह कहानी शुरू होती है 21 सितंबर को... दिल्ली के बुराड़ी चौक पर एक महिला फल खरीद रही थी. अचानक, दो लोग मोटरसाइकल पर पहुंचे और उसकी सोने की चेन खींचकर भाग गए. यह घटना एक साधारण चोरी की तरह लग सकती थी, लेकिन सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया.
इस नए नियम का लक्ष्य सिर्फ दुकानदारों की पहचान को स्पष्ट करना नहीं है, बल्कि जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखना है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि रतलाम में यह नियम कितनी सख्ती से लागू होता है और ब्लैक मार्केटिंग पर कितना असर डालता है.
कंगना ने एक वीडियो में कहा, "जो कृषि कानून निरस्त किए गए हैं उन्हें वापस लाया जाना चाहिए. यह किसानों के हित में होगा और उन्हें खुद इसकी मांग करनी चाहिए." इस वीडियो को कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शेयर करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा.
अमिताभ यश ने बताया कि एसटीएफ जब किसी अपराधी पर कार्रवाई करती है तो पहले उसकी गिरफ्तारी का प्रयास करती है और पर्याप्त सबूत जुटाए जाते हैं. अगर अपराधी पुलिस पर फायर करता है, तो पुलिस भी जवाबी फायर करती है.
I4C विंग की स्थापना 5 अक्टूबर 2018 को गृह मंत्रालय के साइबर और सूचना सुरक्षा प्रभाग के तहत की गई थी. इसका उद्देश्य देशभर में साइबर अपराधों से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय समन्वय केंद्र बनाना है. यह केंद्र सभी राज्यों के कंट्रोल रूम से जुड़कर उच्च प्राथमिकता वाले मामलों की निगरानी करता है.
राज्य सरकारों, पुलिस महानिदेशकों (DGP) और गृह सचिवों के साथ निरंतर संवाद करते हुए वैष्णव ने कहा, "रेलवे का पूरा प्रशासन पूरी तरह सतर्क है." यह साफ है कि सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार का रवैया न केवल सख्त है, बल्कि वह इस मामले में कोई भी ढिलाई नहीं बरतने के लिए प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को आदेश दिया है कि जब तक हाइवे का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक टोल वसूली नहीं की जाए.
इस मामले ने राजनीतिक मोड़ भी ले लिया है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री सी. चंद्रबाबू नायडू ने विपक्षी पार्टी YSRCP और पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया.
अशोक चौधरी की इस कविता के पीछे के मंतव्य को लेकर लोगों का मानना है कि वे बिना नाम लिए नीतीश कुमार पर निशाना साधने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी पंक्तियों से साफ झलकता है कि वे बढ़ती उम्र के संदर्भ में कुछ बातें कर रहे हैं, जो राजनीति में एक नई बहस का कारण बन गई है.