राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस का यह कदम रणनीतिक हो सकता है. धनखड़ का इस्तीफा बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, और कांग्रेस इसे भुनाने की कोशिश में है. साथ ही, धनखड़ की किसान पृष्ठभूमि को देखते हुए कांग्रेस जनता में यह संदेश देना चाहती है कि वह किसानों के साथ है.
धनखड़ का इस्तीफा भारतीय इतिहास में तीसरा ऐसा मौका है जब किसी उपराष्ट्रपति ने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले पद छोड़ा है. पहले वी.वी. गिरी और आर. वेंकटरमण ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दिया था. नियमों के अनुसार, अगले छह महीने के भीतर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव करना अनिवार्य होगा.
मामले का खुलासा तब हुआ जब गोरखपुर के पिपराइच से एक नाबालिग लड़की का अपहरण हुआ. शुरुआती जांच में पुलिस को लगा कि यह बाल विवाह का मामला है, लेकिन गहराई से छानबीन करने पर जो सच्चाई सामने आई, वो चौंकाने वाली थी. पता चला कि लड़की को सरोगेट मदर बनाने के लिए बेचा गया था.
ठीक ऐसा ही एक भयावह हादसा 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुआ था, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी ही थी कि कुछ ही मिनटों बाद वह बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास पर जा गिरी.
पटना एयरपोर्ट अब एक नए रंग-रूप में तैयार है. मई 2025 में पीएम मोदी ने यहां के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया. 1,216 करोड़ रुपये की लागत से बना ये टर्मिनल विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस है. मिथिला कला और नालंदा के अवशेषों से प्रेरित इसका डिज़ाइन बिहार की समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है.
कोलकाता के धर्मतला में हो रही इस महारैली में 1 लाख से ज़्यादा लोगों के जुटने की उम्मीद है. धर्मतला ममता के लिए भावनात्मक रूप से बहुत महत्वपूर्ण जगह है, क्योंकि यहीं पर 1993 में वो खूनी संघर्ष हुआ था. हालांकि, इस बार रैली को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट में मामला भी गया था.
इस फैसले ने 2006 के पीड़ितों के परिवारों के ज़ख्मों को फिर से हरा कर दिया है. 189 लोग, जो उस दिन घर लौटने की उम्मीद में ट्रेन में सवार हुए थे, वे कभी वापस नहीं आए. सैकड़ों लोग आज भी उन चोटों के साथ जी रहे हैं, जो सिर्फ़ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक भी हैं.
इस भाषा विवाद में राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) सबसे आगे है. उनकी पार्टी अक्सर दूसरे राज्यों से आए लोगों को मराठी बोलने के लिए धमकाती रही है. उनका मानना है कि महाराष्ट्र में रहने वाले हर किसी को स्थानीय भाषा बोलनी चाहिए.
सरकार ने साफ कर दिया है कि जिन मुद्दों पर सहमति बनेगी, उन्हीं पर चर्चा होगी. हर मुद्दे पर संसद में बहस नहीं की जा सकती. यही वजह है कि माना जा रहा है कि यह मानसून सत्र काफी हंगामेदार रहेगा.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस बर्बरता पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने बच्ची के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. उपमुख्यमंत्री ने भी इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा की और पीड़िता के परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.