राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Bombay High Court

“शारीरिक संबंध बनाने से इनकार क्रूरता”, बॉम्बे हाई कोर्ट ने पति के हक में सुनाया फैसला

कहानी में ट्विस्ट तब आया जब पत्नी ने फैमिली कोर्ट के इस फैसले को बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दे दी. उनकी मांग थी कि उन्हें हर महीने 1 लाख रुपये का गुजारा भत्ता मिलना चाहिए. पत्नी ने तो यहां तक कहा कि ससुराल वालों ने उन्हें परेशान किया, लेकिन फिर भी वो अपने पति से प्यार करती हैं और तलाक नहीं चाहतीं.

PM Modi

“बिहार में लिया ऑपरेशन सिंदूर का संकल्प, दुनिया ने देखी भारत की ताकत…”, एक बार फिर चुनावी राज्य में गरजे पीएम मोदी

पीएम मोदी ने बताया कि पिछले 11 सालों में देशभर में गरीबों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा घर बनाए गए हैं. इनमें से अकेले बिहार में लगभग 60 लाख घर बने हैं. मोतिहारी जिले में भी लगभग 3 लाख गरीब परिवारों को पक्के घर मिले हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है.

Rahul Gandhi

“पिछले 10 सालों से मेरे बहनोई को…”, रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ED ने की कार्रवाई तो राहुल गांधी का छलका दर्द

ED ने अपनी चार्जशीट में वाड्रा और उनकी कंपनी मेसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड सहित उनकी 43 अचल संपत्तियों को भी अटैच किया है. हालांकि, रॉबर्ट वाड्रा के कार्यालय ने ED की इस कार्रवाई को वर्तमान सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध की भावना को बढ़ाने के अलावा और कुछ नहीं बताया है.

India US Trade Deal

क्या होता है ‘नॉन-वेज दूध’, जिस पर अटक रही भारत-अमेरिका ट्रेड डील की सुई

भारत के लिए यह सिर्फ व्यापार का मामला नहीं, बल्कि आस्था और परंपरा का भी है. हम अपने मवेशियों को सिर्फ शाकाहारी चारा खिलाते हैं, और दूध को पवित्र मानते हैं. ऐसे में अमेरिका से आने वाले मांसाहारी दूध को अपने बाज़ार में बेचना भारत को मंज़ूर नहीं है.

Chhattisgarh Liquor Scam

नकली शराब और ‘सत्ता का खेल’…कैसे लपेटे में आए बघेल? समझिए पूरी ABCD

शराब की बोतलों पर असली होलोग्राम की जगह नोएडा की एक कंपनी से नकली होलोग्राम बनवाकर लगाए गए. ये होलोग्राम इतनी सफ़ाई से लगाए जाते थे कि पहचान करना मुश्किल था. इन नकली होलोग्राम वाली शराब को सरकारी दुकानों से बेचा गया, और इसका पैसा सरकार के ख़ज़ाने में जाने की बजाय सिंडिकेट की जेब में गया.

Delhi Schools Bomb Threat

दहशतगर्द के निशाने पर दिल्ली के 20 स्कूल! ईमेल के ज़रिए बम से उड़ाने की दी धमकी

शुक्रवार की सुबह, जब बच्चे स्कूल जाने की तैयारी कर रहे थे और स्कूल अपने रोज़मर्रा के कामों में लगे थे. तभी अचानक एक के बाद एक कई स्कूलों के ईमेल इनबॉक्स में धमकी भरे संदेश पहुंचने लगे. इन ईमेल्स में स्कूल परिसर में बम होने की बात कही गई थी.

Pahalgam Attack

खून से घाटी को रंगने वालों पर चला अमेरिका का चाबुक…लश्कर के प्रॉक्सी संगठन TRF को माना आतंकी संगठन

पहलगाम हमले के बाद भारत चुप नहीं बैठा. उसने तुरंत 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया. इस ऑपरेशन के तहत एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका गया. उनके पास ठोस सबूत थे, जो बताते थे कि कैसे TRF ने पहलगाम में खून बहाया है और कैसे उसे पाकिस्तान की सरकार और लश्कर का पूरा समर्थन हासिल है.

NCERT Textbook Changes

क्या मुगल इतिहास का हो रहा ‘भगवाकरण’? जानें NCERT की किताबों में क्या-क्या बदला, जिस पर हो रहा है बवाल

कक्षा 7 की नई सामाजिक विज्ञान की किताब “Exploring Society: India and Beyond (Part 1)” में मुगल साम्राज्य और दिल्ली सल्तनत से जुड़े अध्याय पूरी तरह हटा दिए गए हैं. पहले इन किताबों में 12वीं से 15वीं सदी के दिल्ली सल्तनत और 16वीं सदी में मुगल साम्राज्य की शुरुआत जैसे विषय शामिल थे.

Patna Hospital Shootout

5 शूटर, सबके हाथ में हथियार और ICU में ‘डेथ वॉरंट’…पटना में गैंगस्टर को गोलियों से भूना, CCTV में कैद हुआ खूनी खेल!

जिस चंदन मिश्रा की हत्या हुई है, वह कोई आम अपराधी नहीं था. बक्सर का रहने वाला चंदन, लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय था. उस पर हत्या और गैंगवॉर से जुड़े दर्जनों मामले दर्ज थे. वह बेऊर जेल से इलाज के लिए पैरोल पर अस्पताल में भर्ती था.

Bihar Free Electricity Scheme

बिहार में ‘बल्ले-बल्ले’! CM नीतीश कुमार ने किया 125 यूनिट फ्री बिजली का ऐलान, ये ‘मुफ्त’ का लड्डू कितना मीठा और कितना महंगा?

सिक्के का दूसरा पहलू ये है कि सरकार पर इस "फ्री" बिजली का भारी बोझ पड़ने वाला है. जब सरकार मुफ्त में कुछ देती है, तो इसका मतलब ये नहीं कि उसकी कोई लागत नहीं होती. बल्कि, उस लागत को टैक्सपेयर्स यानी हम और आप जैसे लोग ही किसी न किसी रूप में चुकाते हैं.

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