राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Devshayani Ekadashi

आज से 4 महीने तक शादी-ब्याह पर लग जाएगा रोक, आखिर क्यों सोने जा रहे हैं जगत के पालनहार?

अब मान लीजिए, किसी ने जिद की और इस चातुर्मास में ही शादी या गृह प्रवेश करवा लिया, तो क्या होगा? मान्यताओं के अनुसार, इन कार्यों का जो शुभ फल मिलना चाहिए, वह पूरा नहीं मिलता. जैसे, किसी व्यंजन में नमक कम हो, तो स्वाद नहीं आता.

World Zoonoses Day

मासूम सा पालतू जानवर, छिपाए बैठा है आपकी कब्र खोदने वाली बीमारी! ज़रा सी चूक पड़ेगी भारी

बात करें आम ज़ूनोटिक बीमारियों की, तो रेबीज का खतरा अभी भी बरकरार है. बागपत जिले में ही हर दिन 250 से ज़्यादा लोग सरकारी अस्पतालों में एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवा रहे हैं. अगर निजी अस्पतालों के आंकड़े भी मिला दें, तो यह संख्या 400 के पार पहुंच जाती है.

Elon Musk, Donald Trump

क्या ट्रंप के लिए ‘खलनायक’ बन गए हैं मस्क? लॉन्च की अपनी ‘अमेरिका पार्टी’

कुछ लोगों को डर है कि मस्क की यह नई पार्टी चुनावों में वोटों को बांट सकती है, जिससे परिणाम अप्रत्याशित हो सकते हैं. कुछ विश्लेषकों को 1992 के राष्ट्रपति चुनाव की याद आ रही है, जब रॉस पेरोट नाम के एक स्वतंत्र उम्मीदवार ने वोटों को बांटा था. ट्रंप से मस्क की दुश्मनी इस हद तक बढ़ गई है कि ट्रंप ने मस्क को देश से निकालने और उनकी कंपनियों को सरकारी फंड बंद करने की धमकी भी दी है.

Etawah Kedareshwar Temple

अखिलेश यादव का ‘शिव-शक्ति’ दांव, क्या इटावा का केदारेश्वर मंदिर बदलेगा यूपी की सियासी हवा?

भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अखिलेश यादव को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल न होने के लिए घेरते रहे हैं, उन पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन अब, सपा इटावा में इस शिव मंदिर के निर्माण का इस्तेमाल इन आरोपों का मुकाबला करने के लिए कर रही है.

Bihar Politics

बिहार कैसे बन गया अपनों के लिए परदेस…क्यों रूठ गई उसकी अपनी जवानी? कलेजे को चीर दे ऐसी है कहानी

सबसे दर्दनाक तस्वीर तब सामने आई जब 2020 में कोविड-19 का लॉकडाउन लगा. अचानक, काम बंद हो गए और लगभग 32 लाख प्रवासी मज़दूर अपने घरों की ओर लौटने लगे. ट्रेनों, बसों और पैदल चलते हुए उन युवाओं को देखकर यह दर्दनाक सच्चाई सामने आ गई कि बिहार की आधी से ज़्यादा जवानी तो अपने घर से दूर परदेस में मजदूरी कर रही है.

Nehal Modi

भगोड़े नीरव मोदी का भाई नेहल अमेरिका में गिरफ्तार, CBI-ED की बड़ी कामयाबी

कुछ साल पहले पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में एक बहुत बड़ा घोटाला हुआ था. हजारों करोड़ रुपये का यह घोटाला देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक था, और इसके मुख्य आरोपी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी थे. इसी मामले में नीरव मोदी का भाई नेहल मोदी भी वांछित था.

India China Relation

ड्रैगन संग रिश्तों पर जमी बर्फ पिघली? 20 दिनों में भारत के तीन बड़े नेताओं का चीन दौरा

पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों ने संबंधों को सामान्य करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इनमें पांच साल बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली शामिल है. व्यापार और लोगों के बीच संपर्क को सामान्य करने की दिशा में भी लगातार प्रयास हो रहे हैं.

Microsoft Pakistan

माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान से अपना बोरिया-बिस्तर समेटा, 25 साल बाद ‘एक युग का अंत’, जानिए पर्दे के पीछे की कहानी!

माइक्रोसॉफ्ट ने आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें पाकिस्तान की अस्थिर अर्थव्यवस्था, लगातार बदलती राजनीतिक स्थिति और कमजोर व्यापारिक माहौल शामिल हैं.

Bihar Voter List Verification

बिहार में वोट के बदले ‘कागजी अग्निपरीक्षा’, 11 दस्तावेज़ों के भंवर में फंसे करोड़ों वोटर!

बात सीधी और साफ है. अगर आपके पास इन 11 में से कोई भी एक दस्तावेज़ नहीं है, तो आपका वोट डालना मुश्किल हो सकता है. बिहार के गांव-गांव में लोग इन कागज़ात को बनवाने के लिए परेशान घूम रहे हैं.

Maharashtra Language Row

शिंदे के ‘जय गुजरात’ से महाराष्ट्र में संग्राम! उपमुख्यमंत्री को क्यों देनी पड़ी सफाई?

यह 'जय गुजरात' का नारा ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र में भाषा को लेकर पहले से ही सियासी उबाल है. हाल के दिनों में हिंदी भाषा को थोपने के मुद्दे पर महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच जोरदार बहस चल रही है. विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि बीजेपी और शिंदे सरकार मराठी भाषा को महत्व नहीं दे रही है.

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