बताया जा रहा है कि सज्जाद गनी का इस्तीफा सिंधु जल संधि को लेकर नागरिक प्रशासन और सेना के बीच चल रही तनातनी का नतीजा है. सूत्रों की मानें तो WAPDA और पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के भीतर भी इस मुद्दे पर असहमति थी.
नए कानून के प्रावधान काफी सख्त हैं. गलत जानकारी फैलाने वालों को 7 साल तक की जेल और 10 लाख रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है. सोचिए, एक छोटी सी गलती आपको कितनी महंगी पड़ सकती है!
पीएम ने कहा कि बिहारियों का सबसे बड़ा गुण उनका 'स्वाभिमान' है, लेकिन इन पार्टियों ने उस स्वाभिमान पर बहुत ठेस पहुंचाई है. उन्होंने 'जंगलराज वालों' पर बिहार के आर्थिक संसाधनों पर कब्जा करने और विकास को रोकने का मौका तलाशने का आरोप लगाया.
बीजेपी, पीएम मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व और लोकप्रियता का इस्तेमाल कर रही है ताकि पारंपरिक एम-वाई समीकरण को कमजोर किया जा सके और दूसरे वर्गों के वोट खींचे जा सकें. यह पूरा इलाका भोजपुरी भाषी है. भले ही ये तीनों जिले अलग हों, लेकिन इनकी संस्कृति और भाषा एक है, जिससे एक जिले का प्रभाव दूसरे पर भी पड़ता है. बीजेपी इस सांस्कृतिक जुड़ाव का फायदा उठाना चाहती है.
फ्लाइट FR6080 ने अपनी उड़ान के दौरान भीषण टर्बुलेंस का सामना किया. यात्रियों ने बताया कि इस दौरान उन्हें कोई सीटबेल्ट अलर्ट भी नहीं मिला था. विमान ने सफलतापूर्वक रनवे पर लैंडिंग कर ली थी, लेकिन असली समस्या उसके बाद शुरू हुई.
बीजेपी जानती है कि नीतीश कुमार का अपना एक कोर वोट बैंक है और उनका अनुभव गठबंधन के लिए जरूरी है. इसलिए, चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा ताकि उनके समर्थक NDA के साथ बने रहें. दूसरी ओर बीजेपी बिहार में अपनी जड़ों को और मजबूत करना चाहती है और अंततः अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है.
सैयद अहमद मुसवी की मौत 1869 में हुई और उन्हें इराक के कर्बला में दफनाया गया. लेकिन उनकी धार्मिक शिक्षाएं और उनकी सोच उनके परिवार में ज़िंदा रहीं. इन्हीं विचारों ने न सिर्फ उनके वंशजों को, बल्कि पूरे ईरान की राजनीति और समाज को भी बहुत गहराई से प्रभावित किया. उन्हीं के पोतों में से एक थे रुहोल्लाह, जिन्हें आज दुनिया अयातुल्ला रुहोल्लाह खामेनेई के नाम से जानती है.
मोसाद की योजना थी कि सद्दाम को किसी सार्वजनिक जगह पर मारा जाए, ताकि इससे इराक और बाकी देशों को एक कड़ा संदेश मिले. उन्होंने फैसला किया कि सद्दाम पर हमला तब किया जाएगा जब वो किसी भीड़ वाली जगह पर मौजूद हों. इस बेहद मुश्किल और खतरनाक काम के लिए इजरायल की सबसे खास और काबिल कमांडो यूनिट सायरेट मटकल (Sayeret Matkal) को चुना गया.
विमान हादसे में 241 यात्री और जमीन पर 30 से अधिक लोग मारे गए थे. ऐसे में शवों की पहचान के लिए DNA मिलान का सहारा लिया जा रहा है. सोने और अन्य वस्तुओं के मालिकों की पहचान भी इसी प्रक्रिया के आधार पर होगी.
अमित शाह ने साफ तौर पर कहा, "इस देश में अंग्रेजी बोलने वाले जल्द ही शर्मिंदा महसूस करेंगे. ऐसे समाज का निर्माण अब दूर नहीं है. केवल वही लोग बदलाव ला सकते हैं जो दृढ़ निश्चयी हैं."