राकेश कुमार

[email protected]

राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Gold Origin

आकाश से गिरा या पाताल से निकला? धरती पर आया कहां से इतना सोना? गजब है कहानी

कहानी यहीं खत्म नहीं होती. जब धरती छोटी थी, तब एक मंगल ग्रह जितनी बड़ी चट्टान उससे टकराई. इस टक्कर से निकला मलबा चंद्रमा बना. इसके बाद भी अंतरिक्ष से ढेर सारी चट्टानें धरती पर गिरीं. वैज्ञानिक इसे 'लेट एक्रीशन' कहते हैं. इन चट्टानों में सोने जैसे तत्व थे, जो धरती पर बिखर गए.

Trump Tariff

ट्रंप ने भारत पर फिर गिराया ‘टैरिफ बम’, स्टील-एल्यूमीनियम निर्यातकों की बढ़ी मुश्किलें, क्या है पूरा माजरा?

ट्रंप का ये फैसला सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकता है. अमेरिका में स्टील की कीमतें पहले ही 984 डॉलर प्रति टन हैं, जो यूरोप (690 डॉलर) और चीन (392 डॉलर) से कहीं ज्यादा हैं. नए टैरिफ के बाद ये कीमतें 1,180 डॉलर तक पहुंच सकती हैं.

Northeast Heavy Rainfall

पूर्वोत्तर में बारिश का कहर, बाढ़ और भूस्खलन ने छीनी 32 जिंदगियां, चारों ओर तबाही का मंजर!

मेघालय और मिजोरम में भी कोहराम मेघालय के चेरापूंजी और मासिनराम में एक दिन में 47 सेंटीमीटर बारिश हुई. भूस्खलन, बिजली गिरने और डूबने की घटनाओं में सात लोग मारे गए, जिनमें तीन बच्चे शामिल हैं. मिजोरम में छह लोगों की मौत हुई, जिसमें तीन म्यांमार के नागरिक भी थे.

Gas Cylinder Price

लगातार तीसरे महीने सस्ता हुआ गैस सिलेंडर, जानिए दिल्ली से चेन्नई तक नए रेट

कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में लगातार कटौती से छोटे व्यापारियों को राहत मिली है, जो उनकी लागत कम करेगी. वहीं, घरेलू सिलेंडर की स्थिर कीमतें आम परिवारों के लिए सुकून की बात है.

Abbas Ansari Case

अब्बास अंसारी की विधायकी पर लटकी तलवार! हेट स्पीच मामले में कोर्ट ने सुनाई 2 साल की सजा, हाई कोर्ट में करेंगे चैलेंज

मामले की सुनवाई मऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. कृष्ण प्रताप सिंह की बेंच में हुई. कई बार सुनवाई टलने के बाद 28 मई को बहस पूरी नहीं हो सकी थी, जिसके बाद कोर्ट ने 31 मई की तारीख तय की. आज कोर्ट ने अब्बास को दोषी ठहराया.

Ankita Bhandari Case

जब कातिल को पकड़ने में ‘चंदा मामा’ ने दी गवाही! अंकिता भंडारी मर्डर केस की अनकही कहानी

वनंतरा रिसॉर्ट का मालिक और एक पूर्व बीजेपी नेता के बेटे पुलकित आर्या ने दावा किया था कि अंकिता की मौत एक हादसा थी. उसने कहा कि अंकिता रात 9 बजे चीला नहर में गिर गई थी और उसने उसे बचाने की कोशिश की. लेकिन जांच में उसकी कहानी झूठी निकली.

Allahabad High Court

कब्जायी केंद्र की जमीन, फिर बना डाली मस्जिद…उत्तर प्रदेश में वक्फ के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा!

इससे पहले निचली अदालत में भी यह मामला पहुंचा था. वहां NHAI की ओर से एक संशोधन याचिका दाखिल की गई थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया. वक्फ की ओर से इसके खिलाफ पुनरीक्षण याचिका दायर की गई, लेकिन उसे भी खारिज कर दिया गया. आखिरकार, हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि यह जमीन NHAI की है और वक्फ का दावा पूरी तरह से हवा-हवाई है.

India GDP Growth

भारत की रफ्तार ने उड़ाए चीन-अमेरिका के होश, धूल में मिले IMF और वर्ल्ड बैंक के अनुमान, रॉकेट की स्पीड से बढ़ रही इकॉनमी

भारत की इस रफ्तार ने न सिर्फ पड़ोसी देश चीन को परेशान किया है, बल्कि अमेरिका और IMF जैसे बड़े खिलाड़ियों को भी सोच में डाल दिया है. जहां चीन की ग्रोथ मार्च तिमाही में सिर्फ 5.4% रही, वहीं भारत ने 7.4% की रफ्तार पकड़ी.

Israel Palestine Controversy

कौन है भारतीय मूल की लड़की मेघा वेमुरी, जिसने अमेरिका में ‘फ्री फिलिस्तीन’ का नारा लगाकर काट दिया बवाल?

मेघा के भाषण के दौरान कई छात्रों ने 'फ्री फिलिस्तीन' के नारे लगाए, लेकिन कुछ खामोश रहे. MIT ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. मेघा ने यह भी बताया कि MIT के अंडरग्रैजुएट और ग्रैजुएट स्टूडेंट यूनियन ने इजरायल के साथ संबंध तोड़ने के पक्ष में वोट किया था, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को धमकियां दीं.

Nitish Kumar

बिहार में ‘BIG B’ बनकर ही रहना चाहते हैं नीतीश, ‘अगड़ी जाति आयोग’ का गठन कर छोड़ दिया ‘तीर’, क्या विधानसभा चुनाव में बदलेगा समीकरण?

सवर्ण आयोग के जरिए नीतीश बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लगाना चाहते हैं. अगर अगड़ी जातियां यह महसूस करेंगी कि उनकी बात सुनी जा रही है, तो वे जेडीयू की ओर झुक सकती हैं. इसके इतर नीतीश ने EBC, OBC, और अल्पसंख्यकों को पहले ही साध रखा है.

ज़रूर पढ़ें