राहुल और सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े चेहरे हैं. अगर उनकी सांसदी गई या उन्हें जेल हुई, तो यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा. पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच सकता है, और इसका असर 2029 के लोकसभा चुनाव पर पड़ सकता है.
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी सुनिश्चित किया कि अगर किसी हाई कोर्ट जज की सेवा के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो उनकी विधवा या परिवार को ग्रैच्युटी मिलेगी. इसमें सेवा की न्यूनतम अवधि की शर्त भी लागू नहीं होगी.
कुछ देर बाद फूल सिंह को शक हुआ. उन्होंने चादर हटाई तो अनिरुद्ध का बेजान शरीर देखकर उनके होश उड़ गए. उन्होंने शोर मचाया, जिसके बाद गांव वाले इकट्ठा हो गए. बच्चे की मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैली. पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.
खुफिया सूत्रों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान न केवल सैन्य ठिकानों, बल्कि पंजाब के नागरिक इलाकों और स्वर्ण मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों को निशाना बना सकता है. 15 इन्फेंट्री डिवीजन के मेजर जनरल कार्तिक सी. शेषाद्रि ने बताया, "हमें अंदेशा था कि पाकिस्तान कायराना हमला करेगा. हमने स्वर्ण मंदिर को हवाई हमलों से बचाने के लिए अभेद्य सुरक्षा घेरा तैयार किया."
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाली एक खतरनाक बीमारी है, जो प्रोस्टेट ग्रंथि से शुरू होती है. यह ग्रंथि पुरुषों के मूत्राशय के पास होती है और शुक्राणु के पोषण में मदद करती है. जब कैंसर हड्डियों तक पहुंच जाता है, तो इसे मेटास्टेटिक कैंसर कहा जाता है, जो इलाज को और मुश्किल बना देता है.
आकाश को सावधानी बरतनी होगी- मायावती मायावती ने आकाश को दोबारा मौका देते हुए साफ कहा, “इस बार आकाश को पार्टी और बहुजन आंदोलन के हित में पूरी सावधानी बरतनी होगी. मुझे उम्मीद है कि वे BSP को और मजबूत करने में अहम योगदान देंगे.”
पिछले कुछ हफ्तों से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव आसमान छू रहा है. 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 6-7 मई की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया.
2015 में RCP और PK ने मिलकर नीतीश-लालू के महागठबंधन को जिताया था. तब RCP JDU के बड़े नेता थे और PK रणनीति बनाते थे. अब दोनों फिर साथ हैं, लेकिन इस बार नीतीश के खिलाफ.
गुजरात के भुज में रुद्र माता वायुसेना स्टेशन के दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी. उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. सही वक्त पर पूरी फिल्म दुनिया को दिखाएंगे."
महिला को सड़क पर मिली थी बच्ची 13 साल पहले भुवनेश्वर की सड़कों पर एक मासूम सी बच्ची मिली थी. राजलक्ष्मी और उनके पति ने उस बच्ची को गोद लिया और उसे अपनी बेटी की तरह प्यार दिया. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. राजलक्ष्मी के पति का एक साल बाद निधन हो गया, और तब से वो अकेले ही बच्ची का पालन-पोषण करती रहीं.