इस मंदिर का महत्व सिर्फ कर्नाटक तक ही सीमित नहीं है. पिछले साल ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भी इस मठ का दौरा करने पहुंचे थे. इसके अलावा, इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति भी अपने परिवार के साथ इस धार्मिक स्थल पर पहुंचे थे.
बिहार विधानसभा चुनाव में इस विवाद का सामाजिक और राजनीतिक असर देखना दिलचस्प होगा. जहां एक तरफ नीतीश कुमार की साख अल्पसंख्यक समुदाय में दांव पर है, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल, विशेषकर आरजेडी, इस मौके का फायदा उठाने की पूरी कोशिश करेंगे. मुस्लिम वोट बैंक को लेकर इस बायकॉट का गहरा असर हो सकता है, खासकर चुनावी मौसम में जब हर वोट की कीमत बढ़ जाती है.
1954 में डायरेक्टर जगदीश गौतम ने फिल्म 'शहीद-ऐ-आजम' बनाई, जिसमें प्रेम अदीब ने भगत सिंह का किरदार निभाया. यह फिल्म न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक भगत सिंह के जीवन को दर्शाती थी, बल्कि इसने एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया. प्रेम अदीब की शानदार एक्टिंग और फिल्म की संजीदगी ने दर्शकों के दिलों में भगत सिंह की छवि को मजबूती से बैठा दिया.
अब, यहां पंजाब का भी रुख बड़ा दिलचस्प है. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने इस बैठक में हिस्सा लिया और कहा कि अगर परिसीमन हुआ, तो पंजाब की सीटें घट जाएंगी, क्योंकि उनकी वोटिंग प्रतिशत काफी कम हो जाएगा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी उन राज्यों की सीटें बढ़ाएगी जहां वह राजनीतिक रूप से मजबूत है.
मिनी ने अपनी आपबीती साझा करते हुए कहा, "पिछली बार मैंने उसे जमानत दिलवाई थी, सोचा था वह अपनी गलती सुधार लेगा. लेकिन इस बार मैंने दिल को पत्थर की तरह कठोर कर लिया है. अब मैं यह गलती नहीं दोहराऊंगी."
सौरभ के भाई बबलू ने बताया कि सौरभ लंदन से लाखों पाउंड लेकर भारत आया था, और मुस्कान हीरोइन बनना चाहती थी. यह बात सौरभ और मुस्कान के रिश्ते में तनाव का कारण बन गई थी, जिससे तलाक की प्रक्रिया तक चली गई थी, लेकिन कभी पूरी नहीं हो पाई.
फडणवीस ने यह भी कहा कि हिंसा में किसी भी विदेशी या बांग्लादेशी एंगल की बात अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच जारी है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर यात्रा पर भी असर न होने की बात मुख्यमंत्री ने की, और यह भी स्पष्ट किया कि यह हिंसा किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा नहीं थी.
क्या आप जानते हैं कि Sanchar Saathi पोर्टल पर एक खास सुविधा है, जिसका नाम है Chakshu? इस सुविधा के माध्यम से, अब कोई भी व्यक्ति संदिग्ध फ्रॉड कॉल्स या मैसेजेस की रिपोर्ट कर सकता है. यह सिस्टम बहुत सारी शिकायतें को एक साथ निबटाने में सक्षम है.
आखिरकार, महिला को यह पता चलता है कि उसका पति केवल उसकी ही नहीं, बल्कि चुर्क क्षेत्र की एक दूसरी शिक्षिका से भी शादी कर चुका है और दोनों एक साथ रहते हैं. यह खबर जैसे ही दोनों महिलाओं के बीच खुलती है, हंगामा मच जाता है.
घायलों में से आशीष तिवारी नामक युवक को गंभीर अवस्था में लोकनायक जयप्रकाश सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद, नाराज प्रदर्शनकारियों ने कुरुक्षेत्र-कैथल रोड को जाम कर दिया और पत्थरबाजी की.