CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कोटा क्षेत्र में लगातार धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं. इसे लेकर एक बार फिर सियासत गर्म हो गई है. भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी ने इस मामले को लेकर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव का पुतला जलाया है.
News: भारतीय रेलवे ने स्पेशल ट्रेन के जरिए यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने का नया रिकॉर्ड कायम किया. रेलवे के दावों के मुताबिक 4 नवंबर को रेलवे ने 1 दिन में सर्वाधिक 3 करोड़ यात्रियों को हैंडल किया है, जो न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या से ज्यादा है.
CG News: बिलासपुर में पति-पत्नी के झगड़े ने रेलवे को 3 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा. इस नुकसान के कारण रेलवे ने स्टेशन मास्टर पति को निलंबित कर दिया. मामला जब कोर्ट में पहुंचा तो पता चला पत्नी लगातार अपने पति को प्रताड़ित कर रही है.
CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मोपका सेंदरी बायपास रोड पर चलकर लोग कमर दर्द के मरीज बन रहे हैं. यह सड़क सीपत और राजकिशोर नगर को बिलासपुर रतनपुर मुख्य मार्ग पर जोड़ती है और यहां से लगभग हर दिन 2000 से ज्यादा गाड़ियां गुजरती है.
CG News: छत्तीसगढ़ के दूसरे सबसे बड़े शहर बिलासपुर में नगर निगम अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नगर निगम ने उसे जगह पर कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया है. जहां सरकार ने 10 करोड़ रुपए खर्च कर ऑक्सीजोन तैयार किया है.
CG News: देशभर समेत छत्तीसगढ़ में आज से नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है. दुर्ग, सरगुजा, रायगढ़ और जगदलपुर समेत तमाम जिलों में छठ घाट बनाए गए हैं. वहीं आपको बता दें कि बिलासपुर में एशिया का सबसे बड़ा स्थायी छठ घाट है, जो 7 एकड़ में फैला हुआ है.
CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर को खोदापुर के बाद कचरापुर का कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि दीपावली के बाद मोहल्ले में जगह-जगह कचरा पड़ा दिख रहा है. शहर के आउटर में बनी कॉलोनी में नियमित तौर पर कचरा गाड़ियां नहीं चल रही है जिसके कारण हफ्ते महीना का कचरा जमा हो गया है.
CG News: ट्रेन यात्रियों के लिए बड़ी खबर है. भारतीय रेलवे ने त्योहारों को देखते हुए दुर्ग से अमृतसर के लिए फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन शुरू करने का फैसला लिया है. जानिए इसकी डिटेल-
Chhattisgarh: बिलासपुर में वन मंडल अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां लोरमी इलाके में संदिग्ध अवस्था में हाथी का शव मिला है, जो करीब 6 दिन पुराना बताया जा रहा है. हैरानी की बात है कि वन मंडल के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी.
खदानों में काम कर रहे कर्मचारियों के संघ के अलावा दूसरे लोग भी यहां की गलत नीतियों का विरोध कर रहे हैं. यही कारण है कि आए दिन सड़क जाम और मुख्यालय के सामने कर्मचारी और उनके परिजनों का प्रदर्शन जारी है.