पूर्व उप मुख्यमंत्री TS सिंहदेव ने रामगढ़ पहाड़ को ब्लास्टिंग और माइनिंग की वजह से हो रहे नुकसान की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. इसके बाद भाजपा ने तीन सदस्यों वाली एक जांच टीम का गठन किया था.
CG News: सूरजपुर जिले में पत्नी से परेशान पति ने सुसाइड कर लिया. वहीं युवक कीपत्नी और ससुरालवालों के साथ पत्नी के दोस्तों पर प्रताड़ना का आरोप लगा है. इस आरोप के पीछे सुसाइड नोट भी है, जिसमें युवक ने अपनी आत्महत्या के लिए कुछ युवकों को भी जिम्मेदार ठहराया है.
उन्होंने बताया कि उसका भाई विक्रम राजवाड़े कलेक्ट्रेट में पियून के पद पर कार्यरत था. विक्रम की मौत हो गई है और उसके कुछ दिनों बाद उनकी पत्नी की भी मौत हो गई है.
CG News: सरगुजा जिले के रामगढ़ में स्थित प्राचीन पहाड़ कोल माइंस में होने वाले ब्लास्टिंग की वजह से अब खतरे में दिखाई दे रहा है. जगह-जगह लैंड स्लाइडिंग की घटना हो रही है, तो वन विभाग ने भी पहाड़ के पत्थरों में चेतावनी वाले संदेश लिखे हैं, तो दूसरी तरफ पिछले दिनों पूर्व उप मुख्यमंत्री TS सिंहदेव ने भी इस पर सवाल उठाया था.
Surguja: सरगुजा जिले के DAV स्कूल में तीसरी क्लास की छात्रा को खौफनाक सजा दी गई. यहां खिड़की से झांककर बाहर देखने पर छात्रा को टीचर ने 100 बार उठक-बैठक कराई. इससे उसके पैरों की मांसपेशियां टूट गई.
CG News: छत्तीसगढ़ सरकार बिजली चोरी रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, इसके बावजूद सरगुजा जिले में आज भी लगभग 30 प्रतिशत बिजली चोरी हो रही है.
CG News: बलरामपुर जिले के तातापानी पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थित लुतिया डैम आधी रात में टूट गया जिसकी वजह से दो मकान पूरी तरीके से बाढ़ में बह गए, दोनों मकान में लोग सोए हुए थे, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई तो तीन लोग अब भी लापता हैं. घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है.
Ambikapur: सरगुजा जिले में कमीशनखोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है. अंबिकापुर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर एस सेंगर पर एक सब इंजीनियर ने कमीशन लेने का आरोप लगाया है.
CG News: छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने यूरिया खाद की कालाबाजारी को लेकर साफ तौर पर कहा है कि खाद माफिया को नहीं बक्शा जायेगा. खाद माफिया से तालमेल रखने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ भी आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी.
Ambikapur: अंबिकापुर में शिक्षकों ने सिस्टम को आईना दिखाया है. कई बार मांग के बावजूद जब जर्जर सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो शिक्षक खुद अपने हाथों में फावड़ा-गैती लेकर मरम्मत करने के लिए उतर गए.