उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस अवसर पर सभी जवानों को बधाई देते हुए कहा कि मैं केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की ओर सभी जवानों के लिए शुभकामना संदेश लेकर आया हूूं.
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अब तक 31 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं, और सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है. संभवतः दो-तीन और नक्सलियों के शव बरामद हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में बड़ी संख्या में AK-47 और SLR जैसे हथियार भी मिले हैं.
Chhattisgarh News: मुख्यमंत्री के बस्तर प्रवास के बीच पुलिस और नक्सलियों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई. इसमें नारायणपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर बीते दो घंटे से लगातार नक्सलियों से जवानों की मुठभेड़ जारी है.
Chhattisgarh News: 75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा की कई रस्में बेहद ही रोचक हैं. इन्हीं रस्मों में से एक बेहद महत्वपूर्ण रस्म काछन गादी को परंपरागत तरीके से बुधवार देर शाम पूर्ण किया गया.
Chhattisgarh: इस मुठभेड़ 2 नक्सलियों के मारे जाने की पुख्त सूचना प्राप्त हुई है. चिंतावागूू नदी में पानी की अधिकता होने व नक्सलियों की ओर से लगातार फायरिंग होने के कारण नक्सली अपने साथियों के शव को ले जाने में सफल हो गये.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर से दिल्ली आए नक्सली हिंसा के पीड़ितों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है. नक्सली हिंसा में अपने शरीर के अंग को चुके इन पीड़ितों ने राष्ट्रपति से अपना दुख साझा किया.
Chhattisgarh News: बस्तर से आए नक्सल पीड़ितों की गाड़ियों को नहीं जेएनयू में एंट्री नहीं मिली. उनकी बस को गेट पर ही रोक दिया गया. दिव्यांग पीड़ितों को बस से उतारकर पैदल भेजा गया.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है. मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कलेक्टर कान्फ्रेंस में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस को लेकर सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए थे.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर से नक्सली हिंसा से पीड़ितों का एक दल देश की राजधानी दिल्ली पहुंचा है. 55 सदस्यीय इस दल में आदिवासी युवा और महिला भी शामिल हैं. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने इनसे मुलाकात की. इस दौरान छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री भी मौजूद रहे.
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बस्तर से नक्सली हिंसा से पीड़ितों का एक दल देश की राजधानी दिल्ली पहुंचा है. 55 सदस्यीय इस दल में आदिवासी युवा और महिला भी शामिल हैं. इनमें से किसी का एक पैर नहीं है तो कोई हाथ या शरीर का दूसरा अंग नक्सली हिंसा की वजह से खो चुका है.