Bihar: गर्मी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, शेखपुरा-बेगूसराय के स्कूलों में बेहोश होकर गिरे स्टूडेंट्स

Bihar News: बेगूसराय के डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि गर्मी की वजह से कुछ स्टूडेंट्स की तबीयत खराब हो गई थी. उसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया. वर्तमान में सभी की तबीयत ठीक है.

स्कूलों में बेहोश होकर गिरे स्टूडेंट्स

Bihar News: बिहार में गर्मी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है. देश के कई राज्यों में चिलचिलाती धूप और लू के चलते स्कूलों की छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है लेकिन बिहार में अभी भी पढ़ाई चल रही है. वहीं, इसका नुकसान बुधवार को शेखपुरा और बेगूसराय में देखने को मिला. बता दें कि यहां के स्कूलों में दो दर्जन से अधिक स्टूडेंट्स की अचानक से तबीयत बिगड़ गईं.

शेखपुरा में बेहोश होकर गिरे स्टूडेंट्स

शेखपुरा के एक स्कूल का वीडियो सामने आया है. यहां भीषण गर्मी के कारण कई स्टूडेंट्स बेहोश हो गए. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

वहीं, शेखपुरा सदर अस्पताल के डॉ. रजनीकांत कुमार ने बताया कि बढ़ते तापमान के कारण स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती बच्चों की हालत अब स्थिर है. सभी को जितना हो सकें उतना पानी पीना चाहिए.

बेगूसराय में भी दिखा गर्मी का प्रकोप

बेगूसराय के मटिहानी स्थित एक स्कूल में भी कई स्टूडेंट्स बेहोश हो गए. डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि गर्मी की वजह से कुछ बच्चों की तबियत खराब हो गई थी. उसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया. वर्तमान में सभी की तबीयत ठीक है. उन्होंने कहा, “गर्मी के कारण इस तरह की जितनी भी घटनाएं हो रही हैं उसकी निगरानी के लिए जितने भी हमारे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हैं उन्हें निर्देशित किया गया है कि अगर कहीं भी किसी बच्चे की तबियत खराब होने की खबर सामने आती है तो उसके प्रथम उपचार के लिए जरूरी चीजें स्कूल में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं.”

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‘तुगलकी फरमान की वजह से…’, चिराग पासवान का बड़ा बयान

लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने घटना को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, “मैं बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं कि इस तपती गर्मी में विद्यालय खुले रहने से बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. आपके सरकारी अधिकारी के तुगलकी फरमान की वजह से बच्चें बेहोश हो रहे हैं, प्रतिदिन अस्पतालों में इलाज चल रहा है. ये कोई अत्याचार से कम नहीं हैं. नैतिकता के आधार पर जरूरी है बच्चों की सेहत का देखभाल करना. मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं की इस भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की जाए.”

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