डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए अतुलनीय रहेगा. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी और उसे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनका कार्यकाल भारतीय इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा,
Manmohan Singh Memorial: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी-शाह से मांग की थी कि मनमोहन सिंह का जहां अंतिम संस्कार हो, वहीं स्मारक बनाया जाए. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने देर रात बताया कि स्मारक की सही जगह तय करने में कुछ दिन लग सकते हैं.
Manmohan Singh Funeral: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज दिल्ली के निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनकी अंतिम यात्रा सुबह 9:30 बजे से दिल्ली स्थित AICC मुख्यालय से निगमबोध घाट पहुंचा.
नॉर्थ इंडिया में इस समय ठंड अपने चरम पर है. पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है, तो वहीं मैदानी क्षेत्रों में बेमौसम बारिश ने ठिठुरन और बढ़ा दी है.
मनमोहन सिंह की सरकार को लेफ्ट का समर्थन था और ये खेमा अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील होने का विरोध कर रहा था.
इस बावड़ी का निर्माण बिलारी सहसपुर के राजा चंद्र विजय सिंह के शासनकाल में हुआ था. बावड़ी की देखरेख और इसके उपयोग का जिम्मा रानी सुरेंद्र बाला के पास था, जिन्हें यह रियासत के मैनेजर ने रहने के लिए दी थी.
K Annamalai: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने अपने घर के बाहर नंगे बदन खुद को 6 कोड़े मारे हैं. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है.
मक्की पर भारत और अन्य देशों में आतंकवाद फैलाने का आरोप था. 2023 में संयुक्त राष्ट्र ने उसे ग्लोबल आतंकवादी घोषित कर दिया था, जिसके बाद उसकी संपत्तियां जब्त कर ली गई थीं और उसे यात्रा व हथियारों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था.
संजय बारू लिखते हैं कि उन्होंने निजी कारणों से पीएमओ छोड़ा था. उनके मुताबिक, इसमें कोई शक नहीं कि 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत के आर्किटेक्ट मनमोहन सिंह थे, लेकिन उस जीत का श्रेय उनको नहीं मिला.
अमर सिंह ने एक सशक्त और विस्तृत नेटवर्क तैयार किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को राजनीतिक समर्थन दिलवाया. यह एक कड़ी राजनीतिक चतुराई और सहयोग का परिणाम था, जिसे उन्होंने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर किया.