Chhath Puja 2025: देश का सबसे बड़ा छठ घाट छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित है. यहां हजारों की संख्या में व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पहुंच. इस खूबसूरत नजारे की मनमोहक तस्वीरें सामने आई हैं.
CG Winter Tourism: छत्तीसगढ़ में ठंड में घूमने के लिए मैनपाट, बस्तर क्षेत्र (चित्रकोट और तीरथगढ़ जलप्रपात), चिरमिरी, और बिलासपुर के आसपास के झरने जैसे कई खूबसूरत जगहें हैं.
सरेंडर करने वाले 210 नक्सलियों में बढ़ी संख्या में महिला नक्सली दिखाई दीं. आज ये नक्सली हथियार छोड़कर हाथों में संविधान की कॉपी लिए नजर आए.
Chhattisgarh Culture 2025: छत्तीसगढ़ी में दिवाली पास आते ही सुवा गीत और नृत्य की रौनक देखते ही बनती है. जब महिलाओं की टोली सुआ गीत गाने निकलती है. यहां तोता को सुआ कहा जाता है, यह सुआ नृत्य केवल महिलाओं द्वारा किया जाता है, जिसमें अक्सर गोंड आदिवासी समुदाय की महिलाएं शामिल होती हैं.
Diwali Sale Raipur: यहां मिलने वाली झालर लाइट, झूमर और पानी से जलने वाले दीये लोगों को खूब आकर्षित कर रहे हैं.
Biggest railway station in Chhattisgarh: मध्य भारत के राज्य छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन बिलासपुर जंक्शन है. यह स्टेशन न केवल राज्य का मुख्य रेल केंद्र है, बल्कि पूरे देश से यात्रियों और मालगाड़ियों को जोड़ने का काम करता है.
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में ठंड ने दस्तक दे दी है. साथ ही त्योहारी सीजन भी शुरू हो रहा है, जो अपने साथ कई छुट्टियां लेकर आ रहा है. सर्दी के मौसम में छत्तीसगढ़ की कई जगहें और ज्यादा खूबसूरत हो जाती हैं. रायपुर से करीब 215 KM दूर कोरबा जिले में कई ऐसी जगहें हैं, जो ठंड में जन्नत जैसी बन जाती हैं. जानिए उन जगहों के बारे में-
CG First Tribal Museum: छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में पहला ट्राइबल म्यूजियम स्थापित किया गया है, जो 43 जनजातियों की संस्कृति को प्रदर्शित करता है. यह संग्रहालय 10 एकड़ में फैला है और 3D होलोग्राफिक डिस्प्ले, डिजिटल डिस्प्ले और इंटरएक्टिव इंस्टॉलेशन के जरिए जनजातीय जीवन का सजीव अनुभव कराता है.
Photos: गुलाबी ठंड कुछ ही दिनों में दस्तक देने वाली है. ऐसे में अगर आप भी छत्तीसगढ़ में घूमने का प्लान कर रहे हैं तो सरगुजा संभाग की 7 जगहें आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है. जानिए उन जगहों के बारे में-
बस्तर दशहरा दुनिया का सबसे बड़ा दशहरा है, जो पूरे 75 दिनों तक चलता है. इस अनोखे पर्व को देखने देश-विदेश से हजारों-लाखों पर्यटक आते हैं.