Parliament Monsoon Session: लोकसभा में विपक्षी सांसदों के भारी हंगामे और नारेबाजी के कारण कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया था. अब फिर से लोकसभा की कार्यवाही को आज के लिए स्थगित कर दिया गया.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस बर्बरता पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने बच्ची के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. उपमुख्यमंत्री ने भी इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा की और पीड़िता के परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
ठाकरे ने बताया कि कैसे MVA ने लोकसभा चुनाव में कुछ ऐसी सीटें अपने सहयोगियों को दे दीं, जिन्हें उनकी पार्टी (शिवसेना) पहले कई बार जीत चुकी थी. यह बात उन्हें आज भी अखरती है. विधानसभा चुनाव के दौरान तो सीट बंटवारे पर आखिरी दम तक खींचतान चलती रही.
सांप को सोसायटी से पकड़ने पर सोशल मीडिया पर फैंस ने सोनू सूद की जमकर तारीफ की. सोनू सूद का अक्सर किसी ना किसी चीज को लेकर वीडियो वायरल हो ता रहता है. जिसके कारण फैंस के बीच वो काफी सुर्खियां बटोरते हैं.
Uttar Pradesh: हर साल लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में गंगाजल लेकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं, लेकिन बागपत के विशाल की कांवड़ इस बार अलग है. उनकी कांवड़ पर भगवान शिव की तस्वीर के बजाय उस डॉक्टर की तस्वीर है.
Sharda University: ज्योति शर्मा की आत्महत्या के बाद पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट और एक डायरी मिली है. इसमें ज्योति ने यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसरों और प्रबंधन पर मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं.
इस घोटाले में YSRCP के सांसद मिथुन रेड्डी का नाम बतौर चौथा आरोपी (A4) सामने आया. राजमपेट लोकसभा सीट से तीन बार के सांसद और YSRCP के फ्लोर लीडर मिथुन इस घोटाले के 'मास्टरमाइंड' में से एक माने जा रहे हैं. SIT का दावा है कि मिथुन ने शराब नीति को तैयार करने और लागू करने में अहम भूमिका निभाई.
Kanwar Yatra: यूपी पुलिस ने कांवड़ियों द्वारा हॉकी स्टिक, त्रिशूल, लाठी, बेसबॉल बैट और अन्य हथियार जैसे सामानों को ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है.
Ahmedabad: अहमदाबाद जिले के बगोदरा गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने किराए के मकान में जहरीला पदार्थ पीकर सामूहिक आत्महत्या कर ली.
जैसे ही लापता बहनों के कोलकाता में होने का पुख्ता सुराग मिला, पुलिस ने 'ऑपरेशन अस्मिता' को एक बड़े पैमाने पर अंजाम देने का फैसला किया. एसीपी के नेतृत्व में चार टीमें तुरंत कोलकाता के लिए रवाना की गईं. लेकिन यह कहानी सिर्फ कोलकाता तक सीमित नहीं थी.