राहगीरों ने युवक से कहा- यह आप लोग क्या कर रहे हैं, ठीक नहीं है. राहगीरों के टोकने पर भी प्रेमी युगल नहीं माना और गुस्सा गया. लोगों के मुताबिक युवक शराब के नशे में ही बाइक चला रहा था.
एयर इंडिया ने कार्रवाई करते हुए कहा, 'अहमदाबाद प्लेन हादसे की दुखद घटना से प्रभावित परिवारों के लिए हमारी पूरी संवेदना है. कर्मचारियों का यह व्यवहार हमारी कंपनी की पॉलिसी के खिलाफ है. हमने आरोपी लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है.'
फिलहाल, पराग जैन एविएशन रिसर्च सेंटर (ARC) का नेतृत्व कर रहे हैं. आपको बता दें कि इसी रिसर्च सेंटर ने 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़ी खुफिया जानकारी जुटाई थी. यह ऑपरेशन तब हुआ था जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान में बने आतंकी ठिकानों पर कहर बरपाया था.
पुलिस की जांच में सामने आया कि आफताब ने इस हत्या की पूरी प्लानिंग की थी. वह एक ट्रेन्ड शेफ था, जिससे उसे शव को काटने में मदद मिली. उसने गूगल पर खून के धब्बों को साफ करने के तरीके और शव को ठिकाने लगाने के लिए केमिकल्स के बारे में सर्च किया था. इतना ही नहीं, उसने लोकप्रिय अमेरिकी टीवी शो "डेक्सटर" देखकर शव को ठिकाने लगाने की तरकीबें सीखी थीं.
इस कांड ने न सिर्फ सामाजिक तनाव बढ़ाया, बल्कि सियासी रंग भी चढ़ गया. समाजवादी पार्टी और बीजेपी एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने में जुट गए. SP का कहना है कि गगन बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं, जबकि बीजेपी उन्हें SP का समर्थक बता रही है. इस बीच, पुलिस और प्रशासन के लिए ये मामला सिरदर्द बना हुआ है.
Bihar Election 2025: वो कहते हैं न कि 'छोटे-छोटे चूहों के कारण ही बड़ा से बड़ा जहाज डूबता है.' ये स्टेटमेंट बिहार चुनाव में छोटी-छोटी पार्टियों पर सटीक बैठता है. राज्य के चुनाव में लालू और नीतीश के चुनावी गणित को फेल करने में बिहार में उभर रहीं पार्टियां अहम् किरदार निभा सकती हैं.
CJI गवई ने साफ शब्दों में कहा कि न्यायपालिका का सक्रिय होना बेहद जरूरी है. यह नागरिकों के अधिकारों और संविधान को बचाने के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा, "न्यायिक सक्रियता जरूरी है, यह बनी रहेगी लेकिन इसे न्यायिक आतंकवाद में नहीं बदला जा सकता है."
Kolkata Rape Case: मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा ने गैंग रेप से पहले पीड़िता को शादी का प्रस्ताव दिया था. प्रस्ताव ठुकराने पर उसने दो अन्य आरोपियों के साथ मिलकर गैंगरेप किया.
बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के कंधों पर इस बार बड़ी और बहुमुखी जिम्मेदारी होगी. पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया है, जिसके कारण सरकार को एनडीए के सहयोगी दलों पर अधिक निर्भर रहना पड़ रहा है. ऐसे में नए अध्यक्ष के लिए सबसे बड़ी चुनौती सहयोगी दलों के साथ बेहतर समन्वय (Coordination) स्थापित करना होगी.
RSS-Congress: RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने संविधान की प्रस्तावना से 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्दों को हटाने की समीक्षा की मांग की. होसबोले के इस बयान के बाद देश भर में सियासत गरमा गई है.