रुआंगसाक उस समय सिर्फ 20 साल के थे और सीट नंबर 11A पर बैठे थे. वह उन 45 लोगों में शामिल थे, जो इस हादसे से बच निकले. आज 47 साल की उम्र में रुआंगसाक उस खौफनाक दिन को याद करते हुए कहते हैं, “जब मैंने सुना कि अहमदाबाद हादसे का इकलौता बचा शख्स भी मेरी सीट 11A पर था, तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए. मैं उन सभी लोगों के लिए दुखी हूं, जिन्होंने इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोया.”
मंत्री ने भावुक होते हुए कहा, 'मैंने भी एक सड़क दुर्घटना में अपने पिता को खोया है. मैंने पीड़ित परिवार का दर्द भलीभांति समझ सकता हूं. घटना की पारदर्शिता से जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.'
एयर इंडिया ने सफाई दी कि वो यात्रियों के लिए वैकल्पिक इंतजाम कर रहे हैं. जहां जरूरत पड़ रही है, वहां होटल की सुविधा भी दी जा रही है. लेकिन सवाल ये है कि क्या ये इंतजाम काफी हैं? जब यात्री घबराए हुए हों, तब उन्हें सही जानकारी और सहायता की सबसे ज्यादा जरूरत होती है.
NEET UG Result 2025: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG 2025 का रिजल्ट जारी कर दिया है. इस परीक्षा में राजस्थान के महेश ने पूरे देश में टॉप किया है, जबकि मध्य प्रदेश के उत्कर्ष दूसरे स्थान पर रहे. जानें अपना रिजल्ट कैसे चेक कर सकते हैं.
1949 में बिहार के फुलपरास प्रखंड के गोरगमा गांव में एक मजदूर परिवार में जन्मे मंगनी लाल मंडल की कहानी अलग है. खेत-खलिहानों से निकलकर सियासत की ऊंची मंजिल तक पहुंचने वाले मंगनी लाल ने अपनी जिंदगी में मेहनत और जुनून को हमेशा साथ रखा.
ईरान ने तेल अवीव पर जबरदस्त हमला बोला और उनकी कुछ मिसाइलें रिहाय़शी इलाकों में भी गिरीं. अब इस हमले के बाद एक बार फिर इजरायल ने ईरान पर जवाबी हमला किया है.
फरवरी 2022 में अहिरौला थाना क्षेत्र के माहुल में जहरीली शराब कांड में 7 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 50 से ज्यादा लोग मरते-मरते बचे थे. इस जहरीली शराब कांड में कुल 13 आरोपी बनाए गए थे, जिनमें रमाकांत यादव का नाम भी शामिल है.
इजरायल की थल सेना के पास 1,370 टैंक हैं, जिनमें ज्यादातर मर्कवा टैंक हैं. ये टैंक मध्य पूर्व के युद्धों के लिए खास तौर पर डिजाइन किए गए हैं. इसके अलावा 43,407 बख्तरबंद वाहन और 150 रॉकेट आर्टिलरी सिस्टम हैं.
अब बात भारत की. इजरायल और ईरान, दोनों के साथ भारत के रिश्ते बेहद मजबूत हैं. इजरायल के साथ भारत की दोस्ती तो खास है. 1992 में राजनयिक संबंध शुरू होने के बाद दोनों देशों ने रक्षा, तकनीक और आतंकवाद विरोधी मोर्चे पर कंधे से कंधा मिलाकर काम किया.
मामला यहीं नहीं रुका. बकरीद से ठीक पहले धुबरी में कुछ पोस्टर नजर आए, जिन्हें 'नबीन बांग्ला' नामक संगठन ने लगाया था. इन पोस्टरों में धुबरी को बांग्लादेश में मिलाने की बात कही गई थी. यह खबर सुनकर लोगों का गुस्सा और भड़क गया.