Teej 2025: इस साल देश भर में 26 अगस्त को हरतालिका तीज का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन सुहागिनों अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखेंगी. तीज पर पारंपरिक व्यंजन और मिठाइयां भी बनाई जाती हैं. ऐसे में जानिए छत्तीसगढ़ की पारंपरिक मशहूर मिठाइयों के बारे में, जिसके जरिए आप त्योहार को और खास बना सकते हैं.
Photos: अगर आप भी अगस्त-सिंतबर में पहाड़, पानी और प्रकृति के बीच सुकून के पल बीताना चाहते हैं तो तुरंत छत्तीसगढ़ के इन 8 सबसे खूबसूरत वॉटरफॉल का दीदार करने पहुंच जाए हैं. छत्तीसगढ़ संस्कृति के साथ-साथ अपने बेहद खूबसूरत झरने के लिए भी मशहूर है, जो आपका मन मोह लेंगे. जानें उन जगहों के बारे में-
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में देश का इकलौता ऐसा शहर है, जहां न ऑटो चलता और न ही टैक्सी. यहां एक अनूठी परंपरा है, जिस कारण लोग लिफ्ट मांगकर यहां से वहां जाते हैं. जानें क्या है इसके पीछे का कारण-
Teeja Tihaar: तीजा तिहार छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों का मुख्य त्यौहार है. यह त्यौहार भादो माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. तृतीया होने के कारण इसको तीजा कहते हैं.
Chhattisgarh: देश भर में अपनी संस्कृति और 'धान का कटोरा' के नाम से मशहूर छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर व्यक्तियों के बारे में क्या आप जानते हैं?
Photos: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में भादौ के महीने में काश के फूल खिलने लगे हैं. लहराते काश के फूल बेहद सुंदर लग रहे हैं, लेकिन इन फूलों का खिलना वर्षा ऋतु के खत्म होने का संकेत माना जाता है. अब सोचिए कि क्या छत्तीसगढ़ से मानसून की विदाई हो गई है?
छत्तीसगढ़ की पूरे देश में अपनी खूबसूरती, रीतिरिवाज और खान-पान के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहां एक ऐसा गांव भी है, जिसका नाम लेने से खुद गांव के लोग कतराते हैं. इस गांव का नाम टोनाहीनारा है.
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए देश-दुनिया में प्रसिध्द है. वहीं आज भी यहां कई ऐसे किले और महल हैं, जिसकी भव्यता देख आप भी मंत्रमुग्ध हो जाएंगे.
छत्तीसगढ़ में एक बेहद ही खूबसूरत गांव है, जहां विदेश से भी पर्यटक घूमने आते हैं. वहीं इस खूबसूरत गांव को साल 2023 में सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम के लिए रजत पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है.
कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर इन मंदिरों की यात्रा केवल एक धार्मिक अनुभव ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आनंद का भी देती है. चाहे रायपुर की भव्य इस्कॉन आरती हो या बिलासपुर की रथयात्रा, छत्तीसगढ़ के इन मंदिरों में जन्माष्टमी का उत्सव हर किसी के लिए अविस्मरणीय बन जाता है.