Chandra Gochar 2025: देशभर में दीपोत्सव का उल्लास छाया हुआ है. दिवाली के बाद अब गोवर्धन पूजा, चित्रगुप्त पूजा और भाई दूज का पर्व एक के बाद एक मनाया जाएगा. 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा, 23 अक्टूबर को भाई दूज और चित्रगुप्त पूजा है. इस शुभ समय में चंद्र देव तुला राशि में गोचर कर रहे हैं, जिससे कई राशि वालों की किस्मत चमक सकती है. ज्योतिषीय गणना के अनुसार, खासतौर पर मेष और धनु राशि के जातकों के लिए यह समय सौभाग्य और समृद्धि लेकर आया है.
Ram Mandir: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने फर्स्ट फ्लोर की तस्वीरें जारी की हैं,जो अपनी भव्यता और सुंदरता से मन मोह लेती हैं.
Sarva Pitru Amavasya 2025 Rules: पितृ पक्ष का समापन सर्व पितृ अमावस्या के दिन होता है और इस बार यह तिथि 21 सितंबर 2025 को पड़ रही है. मान्यता है कि इस दिन किए गए श्राद्ध और तर्पण से सभी पितर तृप्त होते हैं और संतानों को खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं. सिर्फ श्राद्ध ही नहीं बल्कि दीपदान का भी इस दिन विशेष महत्व है. दीपक जलाने से न केवल पितरों की आत्मा को शांति मिलती है बल्कि मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है. शास्त्रों में बताया गया है कि पितरों और देवी-देवताओं की प्रसन्नता के लिए दीपक जलाने की कुछ खास जगहें और विधियां होती हैं. आइए जानते हैं, सर्व पितृ अमावस्या पर कहां-कहां दीपक जलाना शुभ माना गया है और इसके पीछे की धार्मिक मान्यताएं क्या कहती हैं.
Shardiya Navratri 9 Days Bhog 2025: इस साल 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो रही है. नवरात्र के 9 दिनों में माता रानी के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है. माता रानी का आशीर्वाद पाने के लिए हर दिन उनका मनपसंद भोग लगाएं, जिससे वह प्रसन्न होंगी और आपकी हर मनोकामना पूरी होगी.
Pitru Paksha 2025: हिंदु धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है, जब लोग अपने पूर्वजों काे याद कर तर्पण और श्राद्ध करते हैं. शास्त्रों के अनुसार इस कर्म से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वंशजों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. मगर पितृपक्ष की हर तिथि का अपना अलग महत्व होता है. खासकर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि जिसे घायल चतुर्दशी भी कहा जाता है. उस दिन श्राद्ध केवल विशेष परिस्थितियों में मृत हुए लोगों का ही किया जाता है.महाभारत और गरुड़ पुराण में इस दिन श्राद्ध से जुड़ी खास मान्यतांए बताई गई हैं.
When is Shardiya Navratri 2025: इस साल 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. मां दुर्गा हाथी पर सवार हो कर आएंगी, जो बेहद शुभ माना जाता है. वहीं, इस बार नवरात्रि 9 नहीं बल्कि 10 दिनों की है. जानिए महाष्टमी और महानवमी की सही तिथि क्या है. साथ ही माता रानी का हाथी पर आना कितना शुभ है.