MP News: ग्वालियर में नगर निगम द्वारा संचालित प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला लाल टिपारा में है. इसका संचालन कुछ वर्ष पहले संतों को सौंपा गया तो यह देश की सबसे आदर्श गौशाला बन गयी, जहां लोग अपना जन्मदिन से लेकर मेरिज एनिवर्सरी तक मनाने आते है.
Navratri Special: नवरात्रि में माता की पूजा अर्चना करने से देवी दुर्गा की खास कृपा होती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, 3 अक्टूबर को घटस्थापना/कलशस्थापन का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 15 मिनट से लेकर 7 बजकर 22 मिनट तक होगा.
MP News: मां बेटे को पिता के मौत जानकारी भी दी लेकिन वह वापस नहीं आया. बल्कि उसने मां से सीधे कड़े लहजे में कहा कि कि मुझे पैसे भेजो, तब ही घर आऊंगा, वरना नहीं. तब मां ने कहा कि अभी पैसे नहीं है तुम आ जाओं आखिरी बार अपने पिता का चेहरा देख लो फिर मुखाग्नि देकर चले जाना.
MP News: जुलाई 2020 में एमआईजी थाने में संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. संजीवनी के्रडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले से राजस्थान में सियासी और कानूनी घमासान मच गया था.
MP News: चुनाव के बाद मंदसौर में जिला योजना समिति की पहली बैठक लेने के लिए उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और प्रभारी मंत्री निर्मला भूरिया आज जब मंदसौर पहुंचे तो यहां जनसुनवाई में शिकायते लेकर पहुंचे कई पीड़ित लोगों का हुजूम मंत्रियों से मिलने के लिए उमड़ पड़ा.
MP News: स्कूल वैन की दुर्घटना की जानकारी जैसे ही शंकरपुरा गांव में लगी तो गांव में अफरा तफरी का माहौल मच गया था. ग्रामीणों के साथ-साथ जिन बच्चों के पालक थे वह सीधे दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए.
MP News: जबलपुर जिले से वेटरनरी कॉलेज में डॉक्टर के पद पर पदस्थ राकेश बहारिया अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने नेपाल गए थे इसी दौरान वह नेपाल में आई बाढ़ और भूस्खलन में फंस गए उनके साथ उनकी पत्नी दो बच्चे माता और पिता साथ हैं.
MP News: सांसद भारत सिंह कुशवाह लेटर को लेकर भी क्रिकेट प्रेमी काफी निराश है. उन्होंने कहा है कि कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम से इतिहास जुड़ा है यहां सुबह से लेकर शाम तक अपने भविष्य के सपने को पूरा करने के लिए मेहनत कर रहे हैं.
MP News: मंगलवार को टाइगर सफारी के लिए पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिला. इस दौरान महाराष्ट्र के मशहूर चाय वाले डॉली भी बांधवगढ़ के वन्य जीव के दर्शन करने के लिए बांधवगढ़ पहुचे है और बांधवगढ़ के ताला जोन में सफारी की है.
MP News: जिले की सबसे बड़ी तहसील शहपुरा मुख्यालय में 1956 में बने कच्चे भवन में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का संचालन किया जा रहा था. जहां विद्यालय में कक्षा छः से बारहवीं तक के करीब 406 स्कूली बच्चे जर्जर हो चुके भवन में पढ़ने को मजबूर थे.