Hathras Stampede: हाथरस के सिकंदराराऊ के एक गांव में मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम के दौरान भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. सैंकड़ों लोग घायल हुए थे.
सीएम योगी ने कहा, "कुछ लोगों की प्रवृति होती है कि इस प्रकार की दुखद घटनाओं पर वे राजनीति ढूंढते हैं. ऐसे लोगों की फितरत है, चोरी भी और सीना जोरी भी."
Hathras Stampede: हाथरस में मची भगदड़ की घटना की जांच के लिए शीर्ष अदालत के किसी रिटायर्ड जज की निगरानी में 5 सदस्यीय समिति गठित करने का अनुरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को एक याचिका दायर की गई है.
सीएम योगी ने सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवार और घायलों से मुलाकात की है.
बीते साल सपा प्रमुख अखिलेश यादव नारायण साकार हरि के कार्यक्रम में पहुंचे थे. उन्होंने एक्स पर सत्संग में हिस्सा लेने की तस्वीरें शेयर करते हुए एक पोस्ट भी लिखा था.
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
पुलिस ने घटना की जांच तेज कर दी है. मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और सत्संग के अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
Hathras Stampede: प्रत्यक्षदर्शी रामदास ने बताया कि वह अपनी पत्नी को दवा दिलाने के लिए अलीगढ़ लेकर गए थे. वहां से लौटकर सत्संग में शामिल होने के लिए आए. रामदास सेवादारों के पास बाहर बैठ गए, जबकि उनकी पत्नी सत्संग में अंदर चली गईं और हादसे का शिकार हो गईं.
Hathras Stampede: नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ था. पटियाली तहसील में गांव बहादुर में जन्मे भोले बाबा खुद को गुप्तचर यानी इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) का पूर्व कर्मचारी बताते हैं.
Hathras Stampede: जानकारी के मुताबिक, बताया जा रहा है कि लगभग 50 हजार की संख्या में अनुयायियों को सेवादारों ने जहां थे, वहीं रोक लिया. सेवादारों ने साकार हरि बाबा के काफिले को वहां से निकाला. उतनी देर तक वहां अनुयायी गर्मी और उमस में खड़े रहे.