इस हनीट्रैप गिरोह ने केवल आम जनता को ही नहीं, बल्कि समाज के प्रतिष्ठित लोगों को भी अपना शिकार बनाया. दावा किया जा रहा है कि एक डॉक्टर ने इस गिरोह से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉक्टर को ब्लैकमेल किया गया था और उसे पैसों की भारी डिमांड की गई थी.
राम मंदिर के निर्माण के बाद, अब मथुरा और काशी जैसे अन्य धार्मिक स्थलों का मुद्दा भी उभर सकता है. RSS और VHP के नेतृत्व में महाकुंभ में इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है कि कैसे अन्य विवादित धार्मिक स्थलों पर भी न्याय मिल सकता है और इन स्थानों को धर्म की रक्षा के रूप में पुनर्निर्मित किया जा सकता है.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विरोधियों ने इस पर जमकर आलोचना शुरू कर दी, लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है. ओम प्रकाश राजभर के बेटे और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता, अरुण राजभर ने दावा किया है कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है.
इस बावड़ी का निर्माण बिलारी सहसपुर के राजा चंद्र विजय सिंह के शासनकाल में हुआ था. बावड़ी की देखरेख और इसके उपयोग का जिम्मा रानी सुरेंद्र बाला के पास था, जिन्हें यह रियासत के मैनेजर ने रहने के लिए दी थी.
दावा किया जा रहा है कि अबू तालिब ने वेस्टीज हेल्थकेयर का रजिस्ट्रेशन अपने पिता के नाम पर करवा लिया है ताकि सरकारी विभाग को कोई शक न हो.
Bank Locker Loot: लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) के लॉकर तोड़कर करोड़ों की लूट करने करने वाले गैंग के दूसरे बदमाश और 25 हजार के इनामी सन्नी दयाल को भी पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है.
संभल में हिंसा की शुरुआत पिछले महीने हुई थी, जब शाही जामा मस्जिद के आसपास एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई.
Uttar Pradesh: सोमवार अहले सुबह यूपी और पंजाब पुलिस ने ज्वाईंट ऑपरेशन में 3 खालिस्तानी आतंकियों को एनकाउंटर में ढेर किया है. बता दें कि मारे गए तीनों आतंकियों ने ही पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड और बम फेंके थे.
1857 से पहले लक्ष्मण गंज क्षेत्र हिंदू बहुल था, अब मुस्लिम आबादी का गढ़ बन चुका है. स्थानीय निवासियों के मुताबिक, यहां पहले एक भव्य रानी की बावड़ी हुआ करती थी.
उत्तर प्रदेश के इन शहरों के मंदिरों और मस्जिदों का इतिहास यह सिखाता है कि धर्म से ऊपर इंसानियत और भाईचारा होता है.