Jhansi: झांसी अग्निकांड़ हादसे के बाद से मृत नवजात बच्चों के परिजन अस्पताल परिसर में रोते-बिलखते दिख रहे हैं. किसी के घर पहले बच्चे का जन्म हुआ था तो किसी के घर कई मन्नतों के बाद बच्चा हुआ था, लेकिन इस अग्निकांड में 10 घरों के चिराग को बुझा दिया है.
Delhi-NCR Pollution: GRAP-III के तहत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल की चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है. GRAP-3 लागू होने के बाद प्रदेश में कई तरह के प्रतिबंध लग गए हैं. इन प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर लोगों को बड़ी रकम जुर्माने के तौर पर चुकाना पड़ेगा.
Jhansi Medical College: झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को 10 नवजात बच्चे जिंदा जल गए. वहीं, 39 बच्चों को खिड़की तोड़कर वार्ड से बाहर निकाला गया. बता दें, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट यानी SNCU में 16 नवंबर की रात भीषण आग लग गई.
UP Student Protest: उत्तर प्रदेश में यह पहला या दूसरा मौका नहीं है जब छात्र परीक्षा की तैयारी छोड़ सड़कों पर आंदोलन करने उतरे हैं. इससे पहले भी प्रदेश में हजारों की संख्या में छात्रों का आंदोलन देखने को मिला. जिसमें सरकार को उनके सामने झुकना पड़ा है.
UPPSC Protest: बढ़ते आंदोलन के बाद गुरुवार को योगी सरकार के दखल के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों की मांग स्वीकार कर ली थी. आयोग ने फैसला किया कि पीसीएस परीक्षा को एक ही दिन और एक शिफ्ट में कराया जाएगा.
UPPSC Protest: UPPSC के दो शिफ्ट दो परीक्षा का फैसला वापस ले लिया गया है. लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने ऐलान कर इसकी जानकारी दी है. बता दें, गुरुवार सुबह प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों में झड़प हुई थी.
अगर कोई कोचिंग सेंटर इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत कार्रवाई की जाएगी.
UPPSC Protest: गुरुवार प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई. पुलिसकर्मी सादी कपड़े में प्रदर्शनकारी छात्रों को जबरन उठाने पहुंची थी. पुलिस को देखते ही छात्र-एक दूसरे पर लेट गए. छात्रों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने छात्राओं के साथ बदसलूकी की. उन्हें गालियां भी दीं.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर कार्रवाई की एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है. पिछले कुछ सालों में सीएम योगी ने खासकर उन अपराधियों और अराजक तत्वों के खिलाफ बुलडोजर चलाया है, जिनके खिलाफ अवैध निर्माण, अतिक्रमण और अपराधों के आरोप हैं.
UPPSC द्वारा नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाने और परीक्षा को दो शिफ्ट में कराने के कारण छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का मानना है कि यह प्रक्रिया पारदर्शिता और निष्पक्षता को प्रभावित कर सकती है.