लाल आतंक पर प्रहार जारी….Bijapur मुठभेड़ में 2 महिला समेत 5 नक्सली ढेर, सभी के शव बरामद
Bijapur: छत्तीसगढ़ के बीजापुर के मद्देड़ एरिया के बन्देपारा, कोरणजेड के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में 2 महिला नक्सली समेत 5 ढेर हो गए. सभी के शवों को बरामद कर दिया गया है. वहीं मुठभेड़ स्थल से SLR Rifle, BGL Lanuncher, सहित भारी मात्रा में हथियार & विस्फोटक पदार्थ बरामद हुआ.
बीजापुर मुठभेड़ में 5 नक्सली ढेर
बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव बताया है कि नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 11 जनवरी को जिला बीजापुर के नेशनल पार्क एरिया थाना मद्देड़ क्षेत्रान्तर्गत बंदेपारा-कोरंजेड के जंगलों में माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर सुरक्षा बल की टीम माओवादी विरोधी अभियान पर रवाना हुई थी. अभियान के दौरान 12 जनवरी की सुबह से बंदेपारा-कोरंजेड़ के जंगल में सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच रुक रुक कर मुठभेड़ होती रही जो शाम 3-4 बजे तक चली. पुलिस महानिरीक्षक बस्तर क्षेत्र सुंदरराज बताया है कि मुठभेड़ के बाद पर मौके से सर्चिंग के दौरान 02 महिला एवं 03 पुरूष कुल 05 वर्दीधारी माओवादियों के शव बरामद हुआ.
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बड़ी मात्रा में हथियार हुए बरामद
मुठभेड़ स्थल से 01 नग SLR, 01 नग 12Bore, 02 नग Single Shot rifle, 01 नग BGL Lanuncher, 01 नग Country made Gun(Bharmar) सहित विस्फोटक पदार्थ,माओवादी साहित्य व नक्सल सामाग्री बरामद हुआ. मुठभेड में मारे गये माओवादियों की पहचान की जा रही है.
कुटरू-अंबेली ब्लास्ट की घटना से लगभग 65-70 किमी दूर हुई मुठभेड़
कुटरू-अंबेली में बलिदान हुए आठ जवानों यह मुठभेड़ स्थल लगभग 65-70 किमी की दूरी पर। आइईडी ब्लास्ट इंद्रावती नेशनल पार्क एरिया में हुई थी। रविवार को जो मुठभेड़ हुई वह मद्देड़ एरिया में स्थित है।
6 माह पहले यहीं हार्डकोर नक्सली दंपति हुए थे ढेर
विदित हो कि विधानसभा चुनाव के वक्त इस मद्देड़ एरिया कमेटी के 8 लाख के इनामी नक्सली डीसी नागेश पदम को इसी जंगल से पुलिस के जवानो ने ढेर किया साथ ही नागेश के मारे जाने बाद इनकी पत्नी मनीला पदम को इस क्षेत्र की कमान सौंपी गई थी। यह भी छ: माह के अंतराल में पुलिस ने इसी जंगल से मुठभेड़ में मार गिराया था। मनीला पदम (डीव्हीसीएम) के पद पर रही। इनसे उपर भी 8 लाख का इनामी घोषित रहा। नक्सलियों का यह क्षेत्र सेफ जोन के रूप में माना जाता रहा है। लेकिन सुरक्षा बलों की धमक से नक्सलियों को मुंह की खानी पड़ रही है।