Bharat Jodo Nyay Yatra: छत्तीसगढ़ की लोकसभा सीटों को कांग्रेस की झोली में डाल पाएंगे राहुल गांधी? इन जिलों से गुजरेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
Bharat Jodo Nyay Yatra: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार के बाद कांग्रेस की नाव डगमगा गई है. कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कई नेता इस हार के सदमे से उबर नहीं पाए है और अभी पहले की तरह एक्टिव नहीं हैं. इस बीच अब फिर सामने लोकसभा चुनाव है और राहुल गांधी अगले महीने छत्तीसगढ़ में पहली बार 5 दिन समय बिताने के लिए आ रहे हैं. वे राज्य के 7 जिलों में 536 किलोमीटर का सफर करने वाले हैं. आइए, जानते हैं कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजरने के क्या मायने हैं.
छत्तीसगढ़ की लोकसभा सीटों को जीतने के लिए दांव!
दरअसल, राहुल गांधी दक्षिण भारत से उत्तर भारत तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर चुके हैं. इसके बाद अब वे पूर्वी भारत से पश्चिम भारत तक ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ करने जा रहे हैं. इसमें राहुल गांधी 14 जनवरी 2024 को मणिपुर से मुंबई तक की यात्रा शुरू करने वाले हैं.भारत जोड़ो न्याय यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से गुजरते हुये 6700 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करेगी. इसमें छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में भी राहुल गांधी की यात्रा होगी. लेकिन ये यात्रा छत्तीसगढ़ की राजनीति के लिहाज से खास है क्योंकि राहुल की यात्रा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गढ़ से होकर गुजरेगी. राहुल ओडिशा से छत्तीसगढ़ में रायगढ़ से एंट्री करेंगे.
सीएम विष्णुदेव साय के गढ़ में राहुल गांधी की एंट्री
रायगढ़ लोकसभा सीट के साथ-साथ राहुल गांधी उत्तर छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में यात्रा करने वाले हैं. इसमें संभावित जिले रायगढ़, सक्ती,जांजगीर चांपा,कोरबा, अंबिकापुर, सूरजपुर और बलरामपुर हैं, इसके बाद राहुल गांधी की यात्रा उत्तर प्रदेश में दाखिल होगी. छत्तीसगढ़ के 5 संभाग में से 2 बिलासपुर और सरगुजा संभाग में राहुल की यात्रा होगी. इस लिहाज से राहुल गांधी की नजरें 11 में से 4 लोकसभा सीटों पर होगी. इसमें रायगढ़, कोरबा, सरगुजा और जांजगीर चांपा लोकसभा सीट है. वर्तमान में इसमें से केवल 1 सीट पर ही कांग्रेस 2019 के लोकसभा में जीत पाई थी. इस बार कांग्रेस इन सीटों पर पूरी ताकत झोंकने जा रही है.
उत्तर छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी के यात्रा के मायने क्या है?
उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग में 14 विधानसभा सीट हैं. जहां 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई थी. इसके अलावा इसी रूट में हसदेव अरण्य भी है. इसलिए माना जा रहा है कि राहुल गांधी हसदेव के ग्रामीणों से मुलाकात कर सकते हैं. वहीं ये भी मायने निकाले जा रहे है कि जिस तरह उत्तर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार हुई और बीजेपी ने इसी क्षेत्र के आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया… राहुल गांधी उन्हीं के इलाके में आम चुनाव के लिए जमीन तलाश सकते हैं.
17 से 21 फरवरी तक छत्तीसगढ़ में पदयात्रा कर सकते हैं राहुल
राहुल गांधी अगले महीने 17 फरवरी को अपनी यात्रा के अगले पड़ाव के दौरान राज्य में दाखिल हो सकते हैं. इसके बाद 21 फरवरी तक राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में समय बिता सकते हैं. इस लिहाज से कांग्रेस पार्टी की तैयारियां भी जारी हैं. इस यात्रा को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि देश में क्षेत्र, धर्म और सांप्रदायिकता के नाम पर सत्ता में लोग बैठे हुए हैं. शिक्षा और रोजगार को पीछे धकेल दिया गया है और धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी का नैतिक और राजनैतिक कर्तव्य हो जाता है कि वह देश की एकता और अखंडता को बचाने का काम करे.