Bijapur: कर्रेगुट्टा मुठभेड़ में ढेर हुए 31 नक्सली, लाखों के इनामी 26 नक्सलियों की हुई पहचान, पहली तस्वीर आई सामने

Bijapur: बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ पर जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 31 नक्सली ढेर हो गए हैं. इनमें से 26 नक्सलियों की पहचान हो गई है. साथ ही उनकी पहली तस्वीर भी सामने आई है.
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मारे गए नक्ससलियों की हुई पहचान

Bijapur: छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर ‘लाल आतंक’ के खिलाफ चले सबसे बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन में जवानों 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया है. बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर दो सप्ताह से ज्यादा समय तक यह अभियान चला. इस दौरान जवानों ने 31 नक्सलियों को ढेर करने के साथ-साथ उनके कैंप और बंकरों को भी नष्ट किया. इस ऑपरेशन में ढेर हुए 31 नक्सलियों में से 26 नक्सलियों की पहचान हो गई है. कई लाखों रुपए के इनामी नक्सली थे. सभी 26 नक्सलियों की पहली तस्वीर भी सामने आ गई है.

नक्सलियों का आखिरी गढ़ तबाह

बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर दो सप्ताह से ज्यादा समय तक सुरक्षाबलों के जवानों ने नक्सलियों के घेरकर रखा. इस दौरान मुठभेड़ में कुल 31 नक्सली ढेर हुए हैं. इनमें 17 महिला नक्सली और 14 पुरुष नक्सली शामिल हैं. कई कमेटियों के सदस्य भी थे, जिनके ऊपर लाखों रुपए का इनाम घोषित था.

31 नक्सली ढेर

22 अप्रैल से शुरू हुए इस ऑपरेशन में अलग-अलग दिन मुठभेड़ के दौरान कुल 31 नक्सली ढेर हुए हैं. देखें डिटेल-

कुल- 31 नक्सली ढेर
24 अप्रैल- 3 नक्सली ढेर
4 मई- 1 नक्सली ढेर
6 मई- 22 नक्सली ढेर
8 मई- 5 नक्सली ढेर

महिला नक्सली- 17
पुरुष नक्सली- 14

PLGA बटालियन नंबर 1- 4 नक्सली ढेर
TSS कम्यूनिकेशन इंचार्ज ढेर
नेशनल पार्क एरिया कमिटी- 2 सदस्य ढेर
डॉक्टर टीम सदस्य ढेर

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26 नक्सलियों की हुई पहचान

ढेर हुए 31 नक्सलियों में से 26 नक्सलियों की पहचान हो गई है. इनमें 17 महिला नक्सली और 14 पुरुष नक्सली शामिल हैं. साथ ही PLGA बटालियन नंबर -1 के चार सदस्य और नेशनल पार्क एरिया कमिटी के दो सदस्य शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक इनमें से 3 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था.

नक्सलियों का डॉक्टर मारा गया 

मारे गए नक्सलियों में एक नक्सलियों का डॉक्टर भी शामिल है. वहीं, कई नक्सलियों के खिलाफ लाखों का इनाम घोषित था.

सुरक्षाबलों का संयुक्त ऑपरेशन

बता दें कि इस अभियान में DRG, बस्तर फाइटर्स, विशेष कार्य बल (एसटीएफ), राज्य पुलिस की सभी इकाइयों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा सहित अलग-अलग इकाइयों के करीब 10 हजार जवान शामिल थे.

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