Bijapur Attack: नक्सल हमले की भावुक करने वाली तस्वीर! दो महीने के मासूम की शहीद पिता को श्रद्धांजलि

Bijapur IED Blast: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 6 जनवरी 2025 की दोपहर नक्सली हमले में 8 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए थे. सभी जवानों के शवों को दंतेवाड़ा मुख्यालय में रखा गया था. शहीदों का शव लेने जब परिजन पहुंचे तो सबकी आंखें नम हो गई. कोई गर्भवती तो कोई 1 माह का बच्चा लेकर अपने पति का शव लेने पहुंची. वहीं एक मां रोते-बिलखते अपने बेटे का शव लेने पहुंची.
Bijapur Attack

फाइल इमेज

शाहनवाज खान(सुकमा)

Bijapur IED Blast: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 6 जनवरी 2025 की दोपहर नक्सली हमले में 8 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए थे. सभी जवानों के शवों को दंतेवाड़ा मुख्यालय में रखा गया था. शहीदों का शव लेने जब परिजन पहुंचे तो सबकी आंखें नम हो गई. कोई गर्भवती तो कोई 1 माह का बच्चा लेकर अपने पति का शव लेने पहुंची. वहीं एक मां रोते-बिलखते अपने बेटे का शव लेने पहुंची.

2 माह के बच्चे ने पिता को दी अंतिम विदाई

गुमलनार में शहीद जवान सुदर्शन वेट्टी के पार्थिव शरीर को परिजनों की मौजूदगी में पंचतत्व में विलीन हो गए. सुदर्शन के 2 महीने का बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. उनकी पत्नी भी दाह संस्कार के समय मौजूद रही.

एक माह की गर्भवती अपने पति का शव लेने पहुंची

शहीद आरक्षक बामन सोड़ी की पत्नी रामबती अपने पति का शव लेने पहुंची. रिश्तेदारों ने बताया कि वह एक माह की गर्भवती है. बामन पूर्व में नक्सली संगठन से जुड़ा था. 5 साल पहले वर्ष 2019 में सरेंडर कर गोपनीय सैनिक के तौर पर पुलिस के साथ जुड़ गया था. उसका परिवार नक्सली दहशत के चलते इंद्रावती नदी पार स्थित करकावाड़ा गांव से पुलिस लाइन कारली शिफ्ट हो चुका है. नक्सली भय से ग्रामीण उसका अंतिम संस्कार अपने गांव में नहीं करना चाहते हैं. बामन के एक भाई की हत्या नक्सली पहले ही कर चुके हैं. अब उसका अंतिम संस्कार रिश्तेदार कुहचेपाल जिला बस्तर में करना चाहते हैं.

परिजनों का रों-रोकर हुआ बुरा हाल

शहीद आरक्षक डुम्मा मड़कामी की पत्नी लक्ष्मी मड़कामी का रो-रोकर बुरा हाल है. डुम्मा ने वर्ष 2019 में नक्सल संगठन छोड़कर सरेंडर किया था. तब से गोपनीय सैनिक के तौर पर पुलिस से जुड़ा और बाद में आरक्षक के पद पर सेवा दे रहा था. उसके 3 बच्चे हैं. पत्नी लक्ष्मी ने बताया कि शव का अंतिम संस्कार गृहग्राम मड़कामी रास में करेंगे.

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आँखों में आंसू लेकर बेटे का शव लेने पहुंची मां

आरक्षक पंडरू पोयाम, निवासी कावड़गांव की माता सोमड़ी अपने बेटे का शव लेने अन्य बेटों के साथ पहुंची थी. उसने बताया कि बेटे की शहादत की जानकारी दूसरे बेटों ने नहीं दी थी. यहां पहुंचने पर वास्तविकता का पता चला.

भावुक कर देगी प्रधान आरक्षक के पत्नी की तस्वीरें

पुलिस लाइन कारली में श्रद्धांजलि सभा के दौरान 4 दिन पहले अबूझमाड़ मुठभेड़ में शहीद हुए प्रधान आरक्षक सन्नूराम कारम की पत्नी सुशीला कारम भी पहुंचीं. वहां मौजूद पूर्व नक्सली कमांडर रहे संजय पोटाम उर्फ बदरू से लिपटकर सुबकने लगी. सरेंडर के बाद 4 आउटऑफ टर्न प्रमोशन पाकर पुलिस इंस्पेक्टर बन चुके संजय पोटाम की भी आंखें भर आईं. पोटाम ने बताया सन्नू राम उसकी ही डीआरजी टीम में था. रिश्ते में चाचा भी लगता था.

1 महीने का बच्चा लेकर पहुंची पत्नी

शहीद बस्तर फाइटर आरक्षक सुदर्शन वेट्टी, निवासी गड़मिरी के पिता कोण्डुम, मां सोमड़ी, 1 माह के बच्चे के साथ पत्नी सुक्को शव लेने आये थे. पिता ने कहा कि कल ही उसकी शहादत की जानकारी मिली. बेटा इस तरह क्षत-विक्षत हालत में मिलेगा, इसका अंदाजा नहीं था. गांव ले जाकर अंतिम संस्कार करेंगे.

शहीद के बच्चे को दुलार करते दिखे CM

सीएम विष्णु देव साय आज IED ब्लास्ट में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. जहां सीएम शहीद सुदर्शन वेट्टी के बच्चे को दुलार करते नजर आए.

CM साय- डिप्टी CM विजय शर्मा ने दिया कंधा

दंतेवाड़ा पुलिस लाइन में मंगलवार को शहीद जवानों का श्रद्धांजलि कार्यक्रम रहा. इस कार्यक्रम में CM विष्णु देव साय और डिप्टी CM विजय शर्मा भी शामिल हुए. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इसके बाद पार्थिव शरीर को कंधा देकर अंतिम विदाई दी.

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