Bijapur: पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में बड़ा एक्शन, आरोपी ठेकेदार के ठिकानों पर चला बुलडोजर

Bijapur: बीजापुर पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस पर बड़ा एक्शन लिया गया है. इस मर्डर केस के आरोपी सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की साइट पर बुलडोजर चलाया गया.
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बुलडोजर एक्शन

Bijapur: नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के साहसी पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में बड़ा एक्शन लिया गया है. प्रशासन की टीम शनिवार को मर्डर केस के आरोपी सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के साइट पर पहुंची. यहां बुलडोजर कार्रवाई की गई.

मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में बड़ा एक्शन

पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में बड़ा एक्शन लिया गया है. तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन की टीम शनिवार दोपहर आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की साइट पर पहुंची. साइट पर टीम ने बुलडोजर एक्शन लेते हुए अवैध कब्जे को तोड़ा.

क्या है मामला?

बस्तार संभाग के बीजापुर जिले के पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी 2025 की शाम से लापता थे. 3 जनवरी की शाम पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव बीजापुर के चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में एक टंकी के अंदर से बरामद किया गया. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी से पूछताछ की जा रही है.

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कौन थे पत्रकार मुकेश चंद्राकर?

बीजापुर के जांबाज पत्रकार मुकेश चंद्राकर नक्सलियों के गढ़ में साहसी पत्रकारिता के लिए मशहूर थे. पत्रकार मुकेश Vistaar News के रिपोर्टर यूकेश चंद्राकर के भाई थे. वह अपनी तेज-तर्रार रिपोर्टिंग के लिए पूरे देश में जाने जाते थे. मुकेश चंद्राकर मशहूर यूट्यूबर भी थे. ‘बस्तर जंक्शन’ नाम से उनका एक यूट्यूब चैनल भी है, जिसे लाखों की संख्या में लोग देखना पसंद करते थे. इस चैनल पर उनके खूब फॉलोअर्स थे.

जान पर खेलकर बचाई थी जवान की जान

मुकेश चंद्राकर चंद्राकर सिर्फ अपनी रिपोर्टिंग के लिए ही नहीं मशहूर थे. उन्होंने कई बार अपनी जान की परवाह किए बिना नक्सलियों के चंगुल से जवानों को छुड़ाया भी है. इस बात को पूरे देश ने तब जाना जब साल 2021 में बड़ी नक्सली मुठभेड़ हुई.

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इन नक्सली मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए थे. मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने एक जवान को कैद भी कर लिया था. इसकी जानकारी मिलने के बाद जाबांज पत्रकार मुकेश चंद्राकर नक्सलियों के पास गए और आग्रह कर जवान को रिहा कराया था. जवान को बाइक पर बैठाकर जब मुकेश वापस आए तो पूरे देश ने उनके साहस को सलाम किया.



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