Bilaspur: गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी में छात्रों को जबरदस्ती पढ़ाया गया नमाज, NSS कोऑर्डिनेटर के खिलाफ हुआ एक्शन
छात्रों को जबरदस्ती नमाज पढ़ाने के आरोप
Bilaspur: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला स्थित गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हिंदू छात्रों को जबरदस्ती नमाज पढ़ाने का मामला सामने आया है. छात्रों का आरोप है कि NSS कैंप में हिंदू छात्रों से नमाज पढ़वाई गई. मामला सामने आते ही यूनिवर्सिटी में जमकर बवाल हुआ. इसके बाद NSS कोऑर्डिनेटर के खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है.
NSS कैंप में छात्रों को पढ़ाई गई नमाज
घटना 30 मार्च की है, जब छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में NSS के तहत सात दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के अलग-अलग डिपार्टमेंट के छात्रों को शामिल किया गया था. इसी दौरान 30 मार्च को कोटा के शिवतराई में ईद- उल-फितर के दिन कुछ मुस्लिम बच्चों को मंच पर प्रोफेसर ने नमाज पढ़ने की प्रक्रिया हिंदू बच्चों को दिखाने की बात कही. इसके बाद यहां 159 हिंदू बच्चों को नमाज पढ़ने की प्रक्रिया को पालन करने और इसे करते रहने का दबाव बनाया गया.
छात्रों के आरोप के मुताबिक सभी हिंदू बच्चों ने प्रोफेसर के दबाव के बाद नमाज की प्रक्रिया का पालन किया. इसके बाद बच्चों ने इसकी शिकायत पुलिस से की. इसके बाद इस पूरे मामले को लेकर हड़कंप मचा हुआ है.
NSS कोऑर्डिनेटर और प्रोग्राम ऑफिसर पर आरोप
इस मामले में NSS कोऑर्डिनेटर और प्रोग्राम ऑफिसर पर छात्रों ने आरोप लगाए हैं. छात्रों ने जिन प्रोफेसर के ऊपर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने हिंदू बच्चों को मुस्लिम परंपराओं का पालन करने के लिए मजबूर किया उनमें पहला नाम प्रोफेसर दिलीप कुमार झा का है. वह NSS के सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हेड है. इसके बाद बसंत कुमार, ज्योति वर्मा नीरज कुमारी और सुखभान सिंह का नाम सामने आ रहा है, जिन्होंने इस काम के लिए बच्चों को मजबूर किया ओर हिंदू बच्चों की भावनाओं पर ठेस पहुंचाई.
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लिया गया एक्शन, हटाए गए NSS कोऑर्डिनेटर
इस पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन कर दिया है. साथ ही NSS कोऑर्डिनेटर दिलीप झा को भी हटा दिया गया है. बता दें कि इस मामले में छात्रों ने FIR दर्ज कराई थी.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बता दें कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हिंदू विरोधी गतिविधियों का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी केरल से आए कुछ छात्रों ने यहां एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और फिलिस्तीन का झंडा लगाकर उसमें कई तरह की गलत एक्टिविटी की थी. इसकी शिकायत भी प्रशासन से की गई थी, जिसके बाद उन बच्चों से पूछताछ हुई और स व्हाट्सएप ग्रुप को बंद कराया गया था.
गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में दूसरे देशों के अलावा दूसरे राज्य और जिलों के बच्चे पढ़ने आते हैं. इन बच्चों में चीन, नेपाल, कश्मीर के अलावा केरल, हैदराबाद, कोलकाता और दिल्ली जैसे बड़े राज्य भी शामिल हैं.