CG Assembly: शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन बीजेपी-कांग्रेस में तीखी नोकझोंक, भूपेश बघेल ने लॉ एंड ऑर्डर उठाए सवाल
CG Assembly: छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र के आखरी दिन भी जमकर हंगामा बरपा. सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह हंगामा दिखाई दिया. प्रश्नकाल से लेकर शून्यकाल और ध्यानाकर्षण में भी जमकर गर्माहट दिखाई दी.
विधानसभा में पक्ष-विपक्ष में तीखी हुई नोक-झोंक
छत्तीसगढ़ विधानसभा में शीतकालीन सत्र अपने अंजाम तक पहुच गया है. सत्र के आगाज से लेकर अंजाम तक बहुत सारी तस्वीरें दिखाई दी है. आखरी दिन की शुरुआत भी के जवाब से हुई. प्रश्नकाल में आदिवासी बच्चो के छात्रावास और आश्रमो में बच्चो की मौतों का मामला जमकर गूंजा. आदिवासी बच्चो की मौतों पर सत्ता और विपक्ष के सदस्य एक मत होते दिखे. मामला गम्भीर था इसलिए विभागीय मंत्री रामविचार नेताम ने ठोस और जरूरी कदम उठाने का आश्वासन भी दिया. विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कई ज्वलंत मुद्दों को प्रश्नकाल में उठाया.
भूपेश ने लॉ एंड ऑर्डर उठाए सवाल
प्रश्नकाल के बाद विपक्ष से पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर स्थगन पेश किया. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई आपराधिक घटनाओं पर चर्चा के लिए यह स्थगन प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन विभागीय मंत्री के जवाब के बाद स्थगन प्रस्ताव को आसंदी ने अस्वीकार कर दिया गया. स्थगन के अग्राह्य होने से नारज विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा कर डाला. नारेबाजी करते हुए विपक्ष सदन के गर्भ गृह तक जा पहुचा. उसके बाद निलंबित विपक्ष ने सदन के बाहर भी नारेबाजी की.
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सदन के बाहर भी विपक्ष ने किया हंगामा
विधानसभा के आखरी दिन सदन के भीतर और बाहर हंगामा तो दिखाई दिया ही, लेकिन इस हंगामे के बीच कई मामले जोर शोर से भी उठते रहे. सरकार के अलग अलग विभागों में हुई खरीदी बिक्री का मामला भी बड़ी जोर से उठा. ध्यानाकर्षण के दौरान 53 अलग अलग विषयो पर पक्ष विपक्ष के विधायकों ने मंत्री का ध्यान आकर्षित कराया. ऐसे ही एक मामले में बड़ी कार्रवाई भी हुई. स्वास्थ्य विभाग में दवाईयों की खरीदी और अनियमितता पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जैसवाल ने खरीदी की जांच EOW से कराने का ऐलान भी किया.
फरवरी 2025 में फिर होगी सदन की कार्रवाही
छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू से लेकर आखिर तक हंगामे के बीच चला… हालांकि सदन के भीतर हुए हुए हंगामे के असर कार्यवाही पर ज्यादा नही पड़ा. क्योंकि हर बार की तरह इस बार की कार्यवाही हंगामे की भेंट नही चढ़ पाया. सदन के बाहर का मौसम जरूर ठंडा था लेकिन अंदर गर्माहट बरकरार रही. फिलहाल सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित हो गई है. और फरवरी 2025 में फिर से सदन की कार्रवाही शुरु होने का अंदेशा जताया जा रहा है.