CG Assembly Budget: विधानसभा में गूंजा ‘शादी घोटाले’ का मुद्दा, BJP-कांग्रेस के नेता भिड़े, जांच की उठी मांग

CG Assembly Budget: छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दाैरान शादी घोटाले की गूंज सुनाई दी. कांग्रेस विधायकाें ने मुख्यमंत्री कन्यादान याेजना में सिर्फ बालोद जिले में 53 लाख के घोटाले की बात कही.
CG Budget Session

CG Assembly Budget: छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दाैरान शादी घोटाले की गूंज सुनाई दी. कांग्रेस विधायकाें ने मुख्यमंत्री कन्यादान याेजना में सिर्फ बालोद जिले में 53 लाख के घोटाले की बात कही. पूरे मामले में कराेड़ाें के हेरफेर की आशंका जताई और पूरे मामले की जांच विधायकों की समिति से कराने की मांग की.

सदन में गूंजा शादी घोटाले का मुद्दा

विधानसभा में विधायक संदीप साहू और कुंवर सिंह निषाद ने आराेप लगाया कि सिर्फ बालाेद जिले में ही मुख्यमंत्री कन्यादान याेजना में 53 लाख अधिक राशि खर्च की गई है. मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के जवाब में यह तथ्य सामने आया कि बालाेद में 16 हितग्राहियाें की शादी में 33 लाख से अधिक राशि खर्च की गई जबकि 50 हजार के अनुसार यह राशि 8 लाख रुपए हाेती है.इसी तरह अन्य स्थानाें में भी याेजना की राशि में गड़बड़ी का मामला सामने आया है.विधायकाें ने इसकी जांच सदन की समिति से कराने की मांग की.वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि गड़बड़ी से जुड़ी कोई शिकायत विभाग को नहीं मिली है.नियमों के अनुसार ही विवाह याेजना में राशि खर्च की जाती है. नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने भी कन्यादान याेजना में गड़बड़ी का आरोप लगाया.

🔴LIVE CG Budget 2025 Session 16th Day: विधानसभा में गूंजा 'शादी घोटाला',भिड़ गए कांग्रेस-BJP विधायक!

घोटाले की जांच की उठी मांग

मुख्यमंत्री कन्यादान याेजना राज्य सरकार की बेहद संवेदनशील और महत्वाकांक्षी याेजना है.निर्धन परिवार की बेटियों की शादी इस याेजना के माध्यम से शासन के द्वारा कराई जाती है.ऐसे में इस याेजना में गड़बड़ी कई सवाल ताे खड़े करता ही है. यह जरूरी है कि दोषियों के खिलाफ जांच हाे और सख्त कार्रवाई भी की जाए. बहरहाल शादी में भी घोटाले की गूंज ने हर किसी काे चकित कर दिया.

क्या है मुख्यमंत्री कन्यादान याेजना?

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कन्यादान याेजना के तहत विवाह याेग्य जाेड़ाें की शादी कराई जाती है.एक जाेड़े की शादी में 50 हजार रुपए खर्च का प्रावधान है. इसमें व्यवस्था के लिए 7 हजार और 8 हजार रुपए की राशि उपहार के लिए खर्च की जाती है. जबकि 35 हजार रुपए की राशि का ड्राफ्ट जोड़े काे शासन की ओर से दिया जाता है.इस तरह प्रत्येक जाेड़े पर 50 हजार रुपए की राशि खर्च की जाती है.

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