3200 करोड़ के घोटाले में पूर्व CM के बेटे चैतन्य बघेल गिरफ्तार, ED ने कोर्ट में किया पेश
चैतन्य बघेल को ED ने किया गिरफ्तार
CG News: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED ने एक बार फिर पूर्व CM भूपेश बघेल के घर पर रेड मारी. 18 जुलाई की सुबह-सुबह करीब 6 बजे ED की टीम दुर्ग जिले के भिालई स्थिक भूपेश बघेल के आवास पहुंची. यहां काफी देर तक छानबीन के बाद ED की टीम ने पूर्व CM के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया है.
चैतन्य बघेल को किया गिरफ्तार
ED की टीम ने शराब घोटाला मामले में पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे को गिरफ्तार किया है. सुबह-सुबह भूपेश बघेल के घर पर ED रेड की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक भूपेश बघेल के घर पहुंचे. ED की रेड के बीच ही पूर्व CM भूपेश बघेल विधानसभा के लिए रवाना हुए. वहीं, कुछ समय बाद ED की टीम ने चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया.
ED ने कोर्ट में किया पेश, भूपेश बघेल भी पहुंचे
गिरफ्तारी के बाद ED ने चैतन्य बघेल को कोर्ट में पेश किया. वहीं, पूर्व CM भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत समेत कई कांग्रेस नेता रायपुर जिला कोर्ट पहुंच गए हैं.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जांच एजेंसी की गाड़ी पर किया पथराव
जब ED की टीम चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया तो बाहर मौजूद बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध किया. जांच एजेंसी जब अपनी गाड़ी में बैठाकर चैतन्य बघेल को ले जाने लगी तो नेताओं-कार्यकर्ताओं ने गाड़ी को रोका. कांग्रेसियों ने इस दौरान पथराव भी किया.
बर्थडे के दिन गिरफ्तार
चैतन्य बघेल का आज जन्मदिन है. उसी दिन ED ने उन्हें गिरफ्तार किया है. चैतन्य फिलहाल राजनीति से दूर हैं. अभी तक उन्होंने पार्टी में कोई भी पद नहीं संभाला है. कहा जाता है कि जब भूपेश बघेल 2018 से 2023 तक राज्य की सत्ता पर थे, उस दौरान चैतन्य के चुनावी राजनीति में प्रवेश की योजना थी. लेकिन ये साकार नहीं हो सकी. चैतन्य पहले रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़े थे, लेकिन अब परिवार की सब्जी की खेती का काम देख रहे हैं.
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कैसे फंस गए चैतन्य?
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में पहले ही प्रदेश के पूर्व आबकारी मंत्री और वर्तमान में कोंटा के विधायक कवासी लखमा गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं, रायपुर के पूर्व मेयर ऐजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर, रिटायर्ड IAS अधिकारी अनिल टूटेजा और आबकारी विभाग के पूर्व MD एपी त्रिपाठी के खिलाफ भी एक्शन लिया चुका है. माना जा रहा है कि शराब घोटाले में जुड़े रकम को चैतन्य बघेल और उनके करीबियों की संपत्ति में इंवेस्ट किया गया है.
छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में जब कांग्रेस की सरकार थी यानी साल 2018 से 2023 के बीच प्रदेश में करीब 3200 करोड़ से अधिक का शराब घोटाला हुआ है. इसे लेकर EOW ने चार्जशीट में जानकारी दी है कि इस घोटाले के पैसे से 11 आरोपी अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों के नाम करोडों की जमीन और दौलत भी खरीदी है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि अभी तक EOW के मुताबिक इन्होंने पूरे शराब घोटाले में करीब 61 लाख अवैध पेटी शराब बिकवाकर 2174 करोड़ रुपए की चपत लगाई थी. लेकिन अब जब इन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई तो पता चला कि यह घोटाला 2174 नहीं बल्कि 3200 करोड़ से अधिक का है.