CG Coal Scam: कोयला हीं नहीं, लोहा घोटाला भी हुआ…चार्जशीट में EOW और ACB का बड़ा दावा, जानें कैसे 540 करोड़ का बन गया पूरा घोटाला

CG Coal Scam: कोयला घोटाला मामले में EOW/ACB की चार्जशीट में कई हैरान करने वाली बातें सामने आई हैं. करीब 540 करोड़ के भ्रष्टाचार की काली कुंडली देखकर आप दंग रह जाएंगे. ये चार्जशीट EOW/ACB की सालों की छानबीन है. ये भ्रष्टाचार की काली कुंडली है.
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निलंबित IAS रानू साहू, निलंबित अधिकारी सौम्या चौरसिया व समीर बिश्नोई

CG Coal Scam: कोयला घोटाला मामले में EOW/ACB की चार्जशीट में कई हैरान करने वाली बातें सामने आई हैं. करीब 540 करोड़ के भ्रष्टाचार की काली कुंडली देखकर आप दंग रह जाएंगे. ये चार्जशीट EOW/ACB की सालों की छानबीन है. ये भ्रष्टाचार की काली कुंडली है. EOW/ACB के द्वारा पेश की गई इस चार्जशीट में कोयला घोटाला कैसे किया गया, कैसे उसे अंजाम दिया गया, सबकुछ बताया गया है.

15 लोगों के नाम पर चार्टशीट

EOW/ACB ने 15 लोगों के नाम इस चार्जशीट में पेश किए हैं जिनके विरुद्ध करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाने के आरोप लगे हैं. कोयला घोटाले में जिन सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आई है, उनमें सौम्या चौरसिया (तत्कालीन उपसचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय), रानू साहू (तत्कालीन कलेक्टर कोरबा), समीर विश्वनोई ( तत्कालीन संचालक, संचालनालया, भौमिकी और खनकर्म), शिवशंकर नाग (तत्कालीन उप संचालक-ख. प्र. कलेक्टर कार्यालय कोरबा) और संदीप कुमार नायक (तत्कालीन सहायक खनिज अधिकारी जिला सूरजपुर) के नाम हैं. इनके अलावा कई गैर सरकारी कर्मी भी इस घोटाले में लिप्त पाए गए, जिनके नाम हैं.

1. सूर्यकांत तिवारी- व्यवसायी कोल
2. निखिल चंद्राकर-प्रायवेट नौकरी
3. लक्ष्मीकांत तिवारी- वकील
4. हेमंत जायसवाल- कोल ट्रांसपोर्टर
5. चंद्रपकाश जायसवाल- कोल ट्रांसपोर्टर
6. शेख मोइनुद्दीन कुरैशी-मेडिकल शाप ठेकेदारी
7. पारेख कुर्रे- प्रायवेट नौकरी
8. राहुल सिंह- प्रायवेट नौकरी
9. रोशन कुमार सिंह- प्रायवेट नौकरी
10. वीरेंद्र जायसवाल- प्रायवेट नौकरी

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सिर्फ कोयला घोटाला नहीं, लोहे का भी हुआ घोटाला

चार्जशीट के मुताबिक, इन 15 लोगों ने इकट्ठा होकर एक प्लान बनाया. प्रदेश के कोयला बाहुल्य जिलों के कोल व्यवसायियों और ट्रांसपोर्टरों से दबावपूर्वक अवैध धन राशि जिसे कोल लेवी कहा गया और 25 रुपए प्रतिटन कोयला में अवैध लेवी वसूली गई. चार्जशीट के मुताबिक, ये सिर्फ कोयला घोटाला नहीं बल्की लोहा घोटाला भी है क्योंकि आयरन पैलेट्स के व्यवसायियों और ट्रांसपोर्टर्स से भी 100 रुपए प्रतिटन की अवैध वसूली की गई. इस तरह से कोयला और आयरन पैलेट्स को मिलाकर ये राशि लगभग 540 करोड़ पहुंचती है जिसे आपस में बांटने के साथ कई ताकतवर लोगों तक पहुंचाया गया.

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