Durg: CBI अफसर बनकर महिला वकील से की 41 लाख की ठगी, पुलिस ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार

पुलिस ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार
Durg: दुर्ग जिले में साइबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां दो आरोपियों ने खुद को सी.बी.आई. और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताकर एक महिला वकील से 41 लाख रुपये की ठगी की.
ठगी करने के बाद इन आरोपियों ने रकम को क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से दुबई भेज दिया और हवाला नेटवर्क के जरिए चंद घंटों में स्थानीय अंगड़िया के माध्यम से पैसा इधर-उधर कर दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और गुजरात से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
CBI अफसर बनकर महिला से 41 लाख की ठगी
वहीं सीएसपी चिराग जैन ने बताया कि दुर्गा कोतवाली थाना में एक महिला वकील द्वारा साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी. महिला ने पुलिस को बताया कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने खुद को सी.बी.आई. और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताकर उनसे 41 लाख रुपये की ठगी की.
पुलिस ने 2 आरोपियों को गुजरात से किया गिरफ्तार
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच शुरू की और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पाया कि आरोपी गुजरात में हैं. इसके बाद पुलिस की एक टीम को गुजरात भेजा गया, जहां से दो आरोपियों मनीष दोसी और अशरफ कुरेशी को गिरफ्तार किया गया.
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जांच में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस जांच में यह पता चला कि आरोपी मनीष दोसी और अशरफ कुरेशी पहले पीड़िता से संपर्क करते थे और खुद को केंद्रीय एजेंसी का अधिकारी बताते थे. वे पीड़िता को डराने और झांसे में लेने के लिए फर्जी कानूनी दस्तावेज और वारंट दिखाते थे. इसके बाद वे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए पीड़िता को मजबूर करते थे. गिरफ्तार आरोपियों ने ठगी से प्राप्त रकम को छिपाने के लिए कई आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया. वे ठगी से मिले पैसे को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर दुबई भेजते थे, जिससे कि पुलिस और अन्य एजेंसियां इन पैसों का पता न लगा सकें. इसके अलावा, आरोपी हवाला नेटवर्क का भी इस्तेमाल करते थे, जिससे कुछ ही घंटों के भीतर पैसे को स्थानीय अंगड़िया के माध्यम से ठिकाने लगा दिया जाता था।उन्होंने ने कहा कि आरोपियों के पास से नकदी की गिनती करने के लिए मशीन बरामद की गई.
वहीं 45 लाख रुपए का इन्डेवर फोर्ड वाहन आरोपियों द्वारा ठगी की रकम से खरीदा गया था. पुलिस को आरोपी के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी मिले, जिनका इस्तेमाल डिजिटल लेन-देन के लिए किया जाता था.
दुर्ग पुलिस ने जनता से की अपील
दुर्ग पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल, ईमेल या संदेश पर विश्वास न करें, खासकर यदि कोई व्यक्ति खुद को सरकारी अधिकारी बताकर पैसे मांगता है. किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें.