बिजली विभाग का दोहरा रवैया! बकाया बिल के बाद भी सरकारी दफ्तरों पर मेहरबानी, आम जनता पर कहर

नितिन भांडेकर (खैरागढ़)
CG News: खैरागढ़ जिले में बिजली विभाग का दोहरा रवैया समाने आया है. जहां बिजली विभाग सरकारी दफ्तरों पर 19.60 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया होने के बावजूद कनेक्शन काटने की हिम्मत नहीं कर रहा. वहीं दूसरी ओर, आम जनता पर बिजली विभाग ऐसा टूटा कि 38,638 गरीब और मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिया गया.
सरकारी दफ्तरों पर मेहरबान बिजली विभाग
अगर कोई आम उपभोक्ता बिजली बिल भरने में देरी कर दे, तो तुरंत कनेक्शन काटने की धमकी मिलती है, लेकिन सरकारी विभागों पर नोटिस पर नोटिस भेजे जा रहे हैं, कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं! नवंबर 2024 में सरकारी विभागों पर 17 करोड़ रुपये बकाया था, जो अब 19.60 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, लेकिन एक भी सरकारी दफ्तर की बिजली गुल नहीं हुई. बिजली विभाग के नोटिस सरकारी अलमारियों में धूल खा रहे हैं.
किस विभाग ने कितनी बिजली जलाई, पर बिल नहीं चुकाया?
• ग्राम पंचायत नलजल – ₹9.03 करोड़
• नगरीय निकाय नलजल – ₹4.93 करोड़
• नगरीय निकाय सड़कबत्ती – ₹1.39 करोड़
• पुलिस विभाग – ₹1.07 करोड़
• चिकित्सा एवं स्वास्थ्य – ₹71 लाख
• महिला एवं बाल विकास – ₹25 लाख
• जल संसाधन विभाग – ₹21 लाख
• वन विभाग – ₹15 लाख
• स्कूल शिक्षा – ₹14 लाख
• और कई अन्य विभागों पर लाखों रुपये बकाया!
आम जनता से 2 करोड़ की ताबड़तोड़ वसूली
बिजली विभाग ने गरीब और मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं पर जमकर डंडा चलाया. 38,638 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए, जिससे दहशत फैल गई. डर के मारे 11,533 उपभोक्ताओं ने तुरंत 2 करोड़ 10 लाख रुपये जमा कर दिए।बिजली विभाग मोर बिजली ऐप और हाफ बिजली बिल योजना का प्रचार कर रहा है, लेकिन सरकारी विभागों को फ्री में बिजली दे रहा है! अगर आम लोगों को बिजली बिल न भरने पर तत्काल सजा दी जा सकती है, तो सरकारी दफ्तरों की बिजली क्यों नहीं काटी जाती? क्या अफसरों के लिए अलग नियम हैं और जनता के लिए अलग? क्या सरकार जागेगी या फिर जनता ही बिजली विभाग का असली टारगेट बनी रहेगी?