जेल से छूटे MLA देवेंद्र यादव ने दिल्ली पहुंचते ही Rahul Gandhi से की मुलाकात, पत्नी और बेटे भी रहे साथ
राहुल गांधी से मिले देवेंद्र यादव
CG News: बलौदा बाजार हिंसा मामले में 7 महीने से जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव बाहर आ गए हैं. 21 फरवरी को रायपुर सेंट्रल जेल से बाहर आने के बाद देवेंद्र यादव शनिवार को दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और बेटा भी मौजूद रहा.
राहुल गांधी से मिले देवेंद्र यादव
कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की. इस दौरान देवेंद्र यादव के साथ उनकी पत्नी और बेटे भी मौजूद रहे. मुलाकात के दौरान MLA देवेंद्र यादव ने कहा- ‘192 दिनों की जेल यात्रा के दौरान वह बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलते रहे. देश से नफरत की राजनीति को खत्म करना है. राहुल गांधी ने जो बीड़ा उठाया है वही मेरा आदर्श है. आगे भी आपके नेतृत्व में न्याय की लड़ाई हम लड़ते रहेंगे.’
7 महीने के बाद जेल से बाहर
बलौदाबाजार जिले में हुई आगजनी की घटना को लेकर भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया था. वह 7 महीने बाद जेल से रिहा हुए हैं. 20 फरवरी को उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली, जिसके बाद वह 21 फरवरी को जमानत पर रायपुर सेंट्रल जेल से बाहर आए.
देवेंद्र यादव पर भीड़ को उकसाने का आरोप
10 जून को बलौदाबाजार में हिंसा भड़की थी. इस हिंसा में लोगों के भड़काने के आरोप में 17 अगस्त को विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी हुई थी. देवेंद्र यादव 17 अगस्त से जेल में बंद है. बता दें कि इस मामले में बलौदाबाजार पुलिस ने 4 बार नोटिस जारी किया, लेकिन विधायक ने बयान देने जाने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा था कि पुलिस को बयान लेना है, तो उनके पास और लेकर जाए. कलेक्ट्रेट आगजनी मामले में पूछताछ के लिए तीसरा नोटिस मिलने पर देवेंद्र यादव ने बलौदबाजार जाकर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात भी की थी.
बलौदाबाजार में क्या हुआ था?
15 मई 2024 को सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इसके बाद कार्रवाई की मांग उठी और लगातार लोकल स्तर पर प्रदर्शन हुए. 19 मई को पुलिस ने इस मामले में बिहार निवासी 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि नल-जल योजना कार्य में ठेकेदार पैसे नहीं दे रहा था. इसलिए शराब के नशे में आरोपियों ने तोड़फोड़ कर दी लेकिन इस कार्रवाई से समाज के लोग संतुष्ट नहीं थे.
10 जून को उग्र हुआ आंदोलन
इस बीच 10 जून को बलौदाबाजार में प्रदर्शन के दौरान अचानक से लोग उग्र हो गए और बवाल बढ़ता चला गया. हिंसा के दौरान कलेक्टर-एसपी दफ्तर में आगजनी की गई. कई गाड़ियां जला दी गईं. इसके बाद कई जनप्रतिनिधि समेत करीब 200 लोगों की गिरफ्तारी हुई. प्रदर्शन में एक वीडियो सामने आया, जिसमें देवेंद्र यादव भी शामिल दिखे. इस मामले में उन्हें नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया. एक बार वे पूछताछ के लिए बलौदाबाजार भी पहुंचे. इसके बाद 17 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी हुई थी.