विस्तार न्यूज़ की खबर का बड़ा असर, भारत माला प्रोजेक्ट घोटाले में SDM निर्भय कुमार साहू हुए सस्पेंड

CG News: रायपुर-विशाखापटनम इकोनॉमिक कॉरिडोर के लिए भारतमाला परियोजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी. विस्तार न्यूज के सीधे मुद्दे की बात कार्यक्रम में भारत माला प्रोजेक्ट में हुए 300 करोड़ के घोटाले की खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था.
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खबर का असर

CG News: रायपुर-विशाखापटनम इकोनॉमिक कॉरिडोर के लिए भारतमाला परियोजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी. विस्तार न्यूज के सीधे मुद्दे की बात कार्यक्रम में भारत माला प्रोजेक्ट में हुए 300 करोड़ के घोटाले की खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था. जिसके बाद आज इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए SDM निर्भय कुमार साहू को सस्पेंड कर दिया गया है.

भारत माला प्रोजेक्ट में घोटाला, SDM सस्पेंड

रायपुर-विशाखापटनम इकोनॉमिक कॉरिडोर के लिए भारतमाला परियोजना भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में गड़बड़ी पर SDM और वर्तमान में जगदलपुर नगर निगम आयुक्त निर्भय साहू (राप्रसे) को राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. उन पर वास्तविक मुआवजे से अधिक मुआवजा देने का आरोप है. वहीं सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किया है.

भारत माला प्रोजेक्ट में हुआ 300 करोड़ का घोटाला

बता दें कि रायपुर से विशाखापट्टनम के बीच बन रहे एक्सप्रेस वे को रसूखदार और अधिकारियों ने मोटी कमाई और भ्रष्टाचार का एक्सप्रेस वे बना दिया है. जमीन मुआवजे के नाम पर अधिकारी और व्यापारियों ने ग्रामीणों के साथ खेल किया. भारत सरकार की भारत माला परियोजना के तहत रायपुर से विशाखापट्टनम के बीच एक्सप्रेस वे बनाया जाना है. छत्तीसगढ़ से विशाखापट्टनम की दूरी करीब 546 किलोमीटर है. कॉरिडोर बन जाने से यह दूरी घटकर 463 किमी हो जाएगी. यानी रायपुर से विशाखापट्टनम की दूरी 83 किमी कम हो जाएगी. लेकिन इसी एक्सप्रेस वे के लिए जमीनों का अधिग्रहण करने में कुछ सरकारी अधिकारियों ने 326 करोड़ का घोटाला कर दिया.

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जानिए कैसे हुआ “मुआवजे का महाघोटाला”

वहीं रायपुर के अभनपुर ब्लॉक में इस घोटाले को अंजाम दिया गया. जिसमें एकड़ के जमीनों को 500 से 1 हजार वर्ग मीटर में काटा गया. वहीं 32 प्लॉट को काटकर 142 प्लॉट बनाया गया. 32 प्लॉट का मुआवजा 35 करोड़ बन रहा था.. लेकिन छोटे टुकड़े काटने के बाद ये मुआवजा 326 करोड़ हो गया और भुगतान 248 करोड़ रुपए का हो गया है. जिसमें 78 करोड़ का क्लेम बाकी था, जिसके बाद भंडाफोड़ हुआ. इसमें छोटे उरला, बड़े उरला, नायक बांधा गांव के किसानों की जमीन में गोल माल हुआ है.

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