श्रीरामलला दर्शन योजना: रामलला के दर्शन के लिए विशेष ट्रेन से रवाना 850 श्रद्धालु, झूमते-गाते आए नजर
अयोध्या के लिए रवाना हुए श्रद्धालु
Raipur: जिन्हें भी श्री राम के प्रति आस्था है उन्होंने जरूर अयोध्या जाकर श्री राम लला के दर्शन का सपना देखा होगा.छत्तीसगढ़ की साय सरकार ऐसे ही श्रद्धालुओं का सपना पूरा कर रही है. छत्तीसगढ़ गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर श्री रामलला दर्शन योजना के तहत आज रायपुर संभाग से लगभग 850 लोगों को अयोध्या दर्शन के लिए विशेष ट्रेन से रवाना किया गया.
रामलला के दर्शन के लिए विशेष ट्रेन से रवाना 850 श्रद्धालु
मंत्री टंकराम वर्मा ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. सभी दर्शनार्थी काफी उत्साहित नजर आए.भगवान श्री राम के जयकारे के नारे और भजन गाते हुए यात्री अयोध्या के लिए रवाना हुए. बता दें कि छत्तीसगढ़ गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर श्री रामलला दर्शन योजना के तहत आज रायपुर संभाग से लगभग 850 लोगों को अयोध्या दर्शन के लिए विशेष ट्रेन से रवाना किया गया.
श्री रामलला दर्शन योजना
प्रदेशवासियों को उनके जीवनकाल में एक बार प्रभु श्रीराम लला के अयोध्या धाम दर्शन का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से 23 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड एवं इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) के मध्य एक महत्वपूर्ण समझौता (एमओयू) संपादित किया गया था.
उक्त एमओयू के क्रियान्वयन की श्रृंखला में योजना की विधिवत शुरुआत रायपुर संभाग के श्रद्धालुओं के साथ 5 मार्च 2024 को हुई थी, जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वरिष्ठ मंत्रीगणों एवं जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति में रायपुर रेलवे स्टेशन से पहली विशेष ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.
इसके पश्चात 11 मार्च को बिलासपुर संभाग के श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेन को उपमुख्यमंत्री अरुण साव द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इसी क्रम में 19 जून को सरगुजा संभाग की विशेष ट्रेन को सांसद चिंतामणि महाराज ने विधायकगण एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में शुभारंभ किया। 26 जून को दुर्ग एवं बस्तर (संयुक्त) संभाग की पहली विशेष ट्रेन, जिसमें 850 श्रद्धालु शामिल थे, दुर्ग रेलवे स्टेशन से अयोध्या के लिए रवाना हुई। इन सभी अवसरों पर श्रद्धालुओं में अत्यंत उत्साह और आस्था का भाव देखने को मिला। साथ ही मीडिया प्रतिनिधिगण, आम नागरिक, जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड एवं आईआरसीटीसी के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे.