CG News: दो दिवसीय जन जातीय गौरव दिवस कार्यक्रम का हुआ समापन, CM साय ने की कई बड़ी घोषणाएं

CG News: राजधानी रायपुर में आयोजित दो दिवसीय जन जातीय गौरव दिवस कार्यक्रम का आज समापन हुआ. इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी बिहार के जुमई से वर्चुअल कार्यक्रम से जुड़े.  इस दौरान सीएम विष्णु देव साय, मंत्री रामविचार नेताम, राज्यसभा सांसद अरुण सिंह समापन कार्यक्रम में मौजूद रहे.
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जन जातीय गौरव दिवस कार्यक्रम का हुआ समापन

CG News: राजधानी रायपुर में आयोजित दो दिवसीय जन जातीय गौरव दिवस कार्यक्रम का आज समापन हुआ. इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी बिहार के जुमई से वर्चुअल कार्यक्रम से जुड़े.  इस दौरान सीएम विष्णु देव साय, मंत्री रामविचार नेताम, राज्यसभा सांसद अरुण सिंह समापन कार्यक्रम में मौजूद रहे. कार्यक्रम के अंतिम दिन भी 21 राज्यों से आय कलाकारों ने जन जाति समुदाय के पारंपरिक नीतियों की छठा बिखेरी.

सीएम साय ने की बड़ी घोषणा

सीएम साय ने सरना पूजा करने वाले बैगा, सिरहा, गुनिया समाज के लोगों को प्रतिवर्ष मुख्यमंत्री सम्मान निधि के रूप में पांच-पांच हजार रूपए देने का ऐलान किया और देवगुड़ी अखरा निर्माण कराए जाने की घोषणा भी CM साय द्वारा की गई. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री रामविचार नेताम ने पीएम मोदी को आदिवासियों का भगवान बताया. उन्होंने कहा कि आज तक आदिवासियों की चिंता करने वाला कोई नेता पैदा नहीं हुआ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे आदिवासियों के भगवान जैसे अवतार लिए हैं.

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इस बीच आदिवासी कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति होगी. और  दूसरे राज्यों से 450 से अधिक आदिवासी कलाकार यहां पर पहुंचे हैं . इस दौरान विकास जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत उनके विकास कार्य 80 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. साथ ही प्रदेश में 6,691 आदिवासी गांव में बुनियाद सुविधाओं का शुभारंभ किया. ये कार्यक्रम राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान आयोजित की है.

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को किया सम्मानित

जहां पर अलग- अलग राज्यों के 400 से अधिक आदिवासी कलाकार जुटें हुए  हैं.इस कार्यक्रम का थीम ”सामाजिक, आर्थिक विकास, आजीविका एवं उद्यमिता, कला संस्कृति एवं धरोहर, शिक्षा और कौशल विकास स्वास्थ्य एवं जीवन शैली“ पर है. इसके अलाव आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की योगदान और बलिदानों को सम्मानित किया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासियों की हितों का संरक्षण और संवर्धन करना है.

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